नई दिल्ली। अब समय पर पहुंचकर ट्रेन में बैठने के लिए मात्र 5 मिनट का समय ही मिला करेगा। यदि आप चूक गए तो ट्रेन छूट जाएगी। एक अक्टूबर से लागू किए जा रहे नए टाइम टेबल में यह व्यवस्था की गई है। इसके लागू होते ही टाइम टेबल में परिवर्तन हो जाएगा। ट्रेनों की बढ़ती संख्या और ट्रेनों के चलने के कारण पटरियों पर यातायात का दबाव बढ़ रहा है। इससे ट्रेनों के समय में लेट-लतीफी बढ़ रही है।
पश्चिम रेलवे के सूत्रों ने बताया कि अब अक्टूबर से नई व्यवस्था होने के बाद स्टाफ को पूरी तरह प्रशिक्षित किया जाएगा, जिसमें इंजन जल्द बदलने, कोच जोड़ने, ट्रेनों में पानी भरने और पार्सल से जुड़े रेलकर्मियों को पांच मिनट के अंदर काम समाप्त करने की ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके साथ ही मालगाड़ी के लिए यात्री ट्रेनों को आउटर पर रोकने की प्रवृत्ति में भी बदलाव करने से काफी हद तक रेलों की लेटलतीफी रोकी जा सकेगी।
हालांकि रेलवे कर्मचारी इससे सहमत नहीं है। उनका कहना है कि जिन स्टेशनों पर केवल यात्रियों को लेना हो वहां तीन मिनट का समय ही काफी होता है। बड़े स्टेशनों पर सामान चढ़ाने और उतारने के लिए अधिकतम 10 मिनट होने चाहिए।
एसएमएस से ट्रेन की स्थिति पता लगेगी
रेल यात्रियों के लिए अब रेल विभाग ने एक नई व्यवस्था प्रारंभ कर रही है, जिसमें यात्रियों को एसएमएस का मामूली चार्ज देकर वे ट्रेन की सही स्थिति की जानकारी ले सकेंगे। अक्टूबर से यह भी व्यवस्था प्रारंभ हो जाएगी, जिसमें यात्री को मैसेज बाक्स में पीएनआर नंबर भेजकर जानकारी लेनी होगी, जो तुरंत ही मिल जाएगी।