बाराबंकी। एक तरफ पूरे देश में तीन तलाक के मुद्दे को लेकर बहस चल रही है उच्च न्यायालय भी तीन तलाक के मुद्दे को महिलाओं के साथ क्रूरता मान चुका है। देश में लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं लेकिन इसके बाबजूद तीन तलाक के मामले कम नहीं हो रहे हैं। मगर अब भी देश में कुछ ऐसी घटनाएं हो रही है जिससे कोर्ट की टिप्पड़ी को बल मिलता दिखाई देता है। बाराबंकी में जो कुछ हुआ वह आज के सभ्य समाज में शोभा नहीं देता। जहाँ पत्नी के हाथों बच्चे पर चाय गिर जाने जैसी मामूली बात पर पति ने तलाक दे दिया।
पति -पत्नी के रिश्ते को शर्मशार करने वाला मामला उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जनपद के थाना दरियाबाद इलाके के मोहर्रियांन का है। जहां की निवासी रूही तीन दिन पूर्व चाय बना कर ला रही थी चाय लाते समय चाय का प्याला ठोकर लगने के कारण रूही के पांच वर्षीय बेटे मोहम्मद उमर पर गिर गया। गर्म चाय का प्याला गिरने से बेटा उससे कुछ जल गयाघर पर जब रूही का पति मोहम्मद शब्बीर आया और उसे बेटे पर चाय गिरने की जानकारी हुयी तो उसने रूही को जानबूझ कर चाय गिराने का कसूरवार मानते हुए उसकी जमकर पिटाई कर दी। शब्बीर का जब पिटाई से भी मन नहीं भरा तो गुस्से में आकर उसने वह लफ्ज कह दिए जो एक पत्नी अपने पति से कभी सुनना नहीं चाहेगी। वह शब्द थे तलाक -तलाक -तलाक।
तलाक के शब्द सुनते ही पत्नी रूही की रूह कांप गयी।रूही की अगर माने तो उसकी शादी 2010 में हुयी थी तब से अब तक उसका पति सब्बीर आये दिन उससे मारपीट करता था लेकिन रूही पति की इन हरकतों को नज़रंदाज़ कर देती थी मगर आज जब उसके साथ एक छोटी सी बात को लेकर ऐसा पहाड़ टूटा तो ऐसा लगता है कि सब्बीर जैसे उससे छुटकारा पाने का बहाना ही ढूंढ रहा था ।
मामला कुछ भी हो मगर गुस्से में आये सब्बीर के तीन बेरहम बोल ने रूही के रूह को हिला कर रख दिया है जहाँ तक शरीयत के तहत दोबारा अपनाने की बात है तो इसकी प्रक्रिया भी काफी कठिन और अमानवीय है ।लेकिन यह सवाल आज जरूर सब्बीर के दिल में दस्तक दे रहा होगा कि अगर उसने अपने गुस्से में काबू पाया होता तो आज मामला इतना गंभीर न होता।
महेन्द्र सिंह, संवाददाता