बलरामपुर। एक तरफ तो केन्द्र की मोदी सरकार देश में काला धन व नकली नोटों की तस्करी को रोकने की कड़ी मशक्कत में लगी पड़ी है। नकली नोटों की तस्करी रोकने के लिए नोट बंदी व अन्य तराह-तराह के कड़े कदम उठा रही है। वहीं दूसरी तरफ नकली नोटों के तस्कर अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं। जनपद में भारत नेपाल सीमा पर तैनात SSB (सशस्त्र सीमा बल) की 9वीं वाहिनी के जवानों को उस समय बड़ी सफलता मिली जब उन्होंने 4 लाख 6 हजार रूपये की नकली करेंसी के साथ एक युवक को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। SSB ने पकड़े गए आरोपी को करेंसी के साथ तुलसीपुर थाने की पुलिस को सौंप दिया है। जवान ने करेंसी 2 हजार के नए नोटों के रूप में बरामद किए हैं।
नेपाल से भारत में नकली करेंसी लाने का गोरख धंधा काफी दिनों से चल रहा है। आज एक युवक उस समय SBB(सशस्त्र सीमा बल) के हत्थे चढ़ गया जब वह 4 लाख 6 हजार की नकली करेंसी लेकर नेपाल से भारत आ रहा था। एसएसबी 9वीं वाहिनी के डिप्टी कमांडेंट द्वारा तुलसीपुर थाने में दी गई तहरीर के अनुसार आज दोपहर बाद मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर भारत नेपाल सीमा पर जांच बढ़ा दी गई थी। इसी दौरान काली रंग की मोटरसाइकिल से 2 युवक नेपाल की ओर से आते दिखाई दिए जिन्हें थाना तुलसीपुर क्षेत्र के पिपरहवा चौराहे के पास रोकने की कोशिश की गई लेकिन वह रुके नहीं।
घेर कर मोटरसाइकिल के पीछे बैठे एक युवक को पकड़ा गया तथा मोटर साइकिल चला रहा युवक मोटर साइकिल से भागने में सफल रहा। पकड़ा गया युवक रामदयाल ग्राम धनोहरा थाना तुलसीपुर बलरामपुर का निवासी बताया जा रहा है। पकड़े गए युवक के पास से 2 हजार के 203 नोट बरामद किए गए जो की नकली थे। इसके अलावा उसके पास से कपड़ा धोने का 87 अन्य साबुन भी बरामद किया गया। आरोपी युवक साबुन के बीच में रुपयों को लेकर नेपाल से भारत आ रहा था। SSB के डिप्टी कमांडेंट अमित कुमार ने अपनी मौजूदगी में आरोपी युवक राम दयाल व पकड़ी गई नकली करेंसी थाना तुलसीपुर पुलिस को सौंप दिया। पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार ने थाना तुलसीपुर पहुंच कर पूरे घटनाक्रम का जायजा लिया है। एसपी प्रमोद कुमार ने बताया के एसएसबी व पुलिस की संयुक्त टीम ने नकली नोटों के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया है जिसके पास से 4 लाख 6 हजार की नकली करेंसी बरामद की गई। हालांकि पकड़ा गया युवक मुख्य आरोपी नहीं है। वह तो मात्र कूरियर का काम कर रहा था। घटना का मास्टर माइंड अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है जिस तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है।