देहरादून। प्रदेश विधानसभा चुनावों में पहले प्रदेश का सियासी पारा ऊपर चढ़ गया है। भाजपा, कांग्रेस सरकार का दलित कार्ड एक बार फिर फु्स्स साबित हो रहा है। एक दलित न्यायिकधिकारी को लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष बनाने के लिए प्रयास हुआ था जिसका लोक सेवा आयोग के सदस्यों द्वारा ही विरोध किया गया। इन लोगों ने राज्यपाल और सी.एम. से मिलकर अपनी नाराजगी दर्ज कराई। परिणाम यह हुआ कि आयोग के अध्यक्ष के लिए दूसरा पैनल भेजा गया। अब आयोग के वरिष्ठ सदस्य नरेंद्र सिंह बिष्ट को आयोग का अध्यक्ष बनाया गया है,उनका कार्यकाल एक साल रहेगा।
वर्तमान अध्यक्ष एवं शिक्षाविद् डा. दिनेश प्रसाद जोशी (डी.पी. जोशी) आगामी 31 दिसम्बर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। नरेन्द्र विष्ट के स्थान पर कृष्ण दत्त भट्ट को सदस्य बनाया गया है। बात दें कि वर्तमान में विष्ट के साथ-साथ प्रो.संजय शर्मा,डा. छाया शुक्ला, प्रो.सुमेर चंद रवि आयोग के सदस्य हैं।