उत्तराखंड। अगर आपका गर्मियों से बुरा हाल हैं तो आप भी गर्मियों की छुट्टी में अपने घर-परिवार के साथ नैनीताल के नैनी झील का लुत्फ उठा सकते हैं। गर्मियों के दिनों में नैनी झील आकर्षण का केन्द्र बनी रहती हैं। नैनी झील, नैनीताल का सबसे प्रमुख आकर्षण हैं, जो कि हरी-भरी घाटियों से घिरा हुआ हैं। पर्यटक यहाँ यैचिंग (पाल नौकायन), रोइंग, पैडलिंग (नौकायन) जैसी चीजों का आनंद ले सकते हैं।
एक बुक में लिखे लेख के अनुसार, ऑख के आकार की झील का निर्माण उस स्थान पर किया गया था, जहां हिन्दू देवी सती की बाई ऑख गिर गयी थी (जब भगवान शिव उन्हे कैलाश पर्वत पर ले जा रहे थे)।
नैनीताल को तीन संतो का झील या ‘त्रि-ऋषि-सरोवर’ नाम से भी जाना जाता हैं। इस नाम को ‘श्री स्कन्द पुराण’ के मानस खण्ड नामक अध्याय में उल्लेखित किया गया हैं। इस अध्याय से पता चलता है कि तीन संत जिनके नाम अत्री, पुलत्स्य और पुलाह थे, अपनी तीर्थ यात्रा के दौरान, प्यास मिटाने के लिए पानी की खोज में नैनीताल में रुके थे पर कही भी पानी न मिला। पानी न मिलने पर उन्होने एक गड्ढा खोदा और मानसरोवर झील से लाई गयी पानी की कुछ बूंदे डाल दी जिसके फलस्वरुप नैनी झील का निर्माण हुआ।