लखनऊ। सपा संग्राम के बाद अखिलेश पार्टी तो जीत गए लेकिन अपने पिता का दिल नहीं जीत पाए। इसका असर विधानसभा चुनावों के प्रचार के दौरान भी दिखा मुलायम रण में तो उतरें लेकिन अखिलेश के लिए नहीं शिवपाल यादव के लिए। पहले खबरें आई कि मुलायम बेटे से नहीं बल्कि सपा और कांग्रेस के गठबंधन से नाराज हैं। हालांकि चुनावी जनसभाओं में अखिलेश लगातार दावा करते रहे कि नेताजी उनके साथ है।
विधानसभा चुनाव के मतदान खत्म होने के बाद मुलायम ने जो दावा किया है उसे सुनकर तो यही लगता है कि अब उनकी नाराजगी खत्म हो गई है। उत्तर प्रदेश विधानसभा में सपा-कांग्रेस गठबंधन के पक्ष में बहुमत आने का भरोसा जताते हुए सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने गुरूवार को कहा कि गठबंधन को पूर्ण बहुमत मिलेगा। सपा की जीत का दावा करते हुए मुलायम ने कहा कि अखिलेश ही दोबारा मुख्यमंत्री बनेंगे।
उत्तर प्रदेश में सपा-कांग्रेस गठबंधन, भाजपा और बसपा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला बताया जा रहा है। 11 फरवरी से शुरू होकर 8 मार्च तक सात चरणों में उत्तर प्रदेश में मतदान की प्रक्रिया पूरी हो गई है। 11 मार्च को चुनाव के नतीजे आएंगे।