मुंबई। भारतीस नौसेना को शक्तिशाली बनाने के लिए आज का दिन इतिहास के पन्नो का गवाह बनेगा। शनिवार को भारतीय नौसेना का सबसे शक्तिशाली विध्वंसक युद्धपोत मोरमुगाओ समंदर में उतरा गया। मुंबई के मझगांव यार्ड से नौसेना प्रमुख, एडमिरल सुनीन लांबा ने इसे संमदर में लांच किया। आपको बता दें कि इसे दो साल बाद बेडे़ मे शामिल किया जाएगा।
गौरतलब है कि मोरमुगाओं नौसेना के ‘कोलकता-क्लास’ का दूसरा विनाशक-जहाज है। पहला जहाज, ‘विशाखापट्टनम’ बनकर तैयार होने वाला है। सेना में जब यह शामिल होगा तो इसे ‘आईएनएस मोरमुगाओ’ के नाम से जाना जायेगा।
Mormugao hits the water for the very first time pic.twitter.com/hUKaOacvdA
— SpokespersonNavy (@indiannavy) September 17, 2016
क्या है खासियत:- आपको बता दें कि भारतीय नौसेना में शामिल हुआ यह युद्धपोत मिसाइल को चकमा देने में सक्षम है क्योंकि इसे स्टेल्थ तकनीक से बनाया गया है साथ ही यह परमाणु, जैविक और रासायनिक युद्ध के समय भी बचाव करने में सक्षम है। मोरमुगाओ का वजन73 सौ टन और लंबाई 163 मीटर है सबसे बड़ी बात इसे 65 फीसदी देशी तकनीकि से बनाया गया है। इसमें लगने वाले हथियार भी देश में बने हैं जो कि प्रधानमंत्री के मेक इन इंडिया अभियान को बढ़ावा देने के स्तर से अच्छा है साथ ही आपको बता दें कि इस पोत में 8 ब्रह्मोस मिसाइलें लगाई जाएंगी।
जब भारतीय नौसेना में 2 साल बाद यह शामिल किया जाएगा यह एक अद्वितीय पोत होगा जिसकी रफ्तार 56 किमी प्रति घंटा है और यह 75 हजार वर्ग किमी समुद्री क्षेत्र की निगरानी करने में सक्षम है, इस पोत पर 50 अधिकारियों समेत 300 नौसैनिक तैनात होगे।