नई दिल्ली। ठंडे-ठंडे पानी से नहाना चाहिए…..नहाना हर किसी को चाहिए। मौसम गर्मी का हो या सर्दी का नहाना जरुरी होता है, लेकिन किसी भी काम की अति सही नहीं होती। हो सकता है आपको नहाना अच्छा लगता हो , लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि आप दिन भर पानी के नीचे बैठे रहें।
ज्यादा देर नहाने के बहुत नुकसान हैं। देरी तक नहाने से बॉडी की नमी कम होती है। हो सके तो दस-पंद्रह मिनट में नहाने का काम निबटा लें।कई लोग सिर्फ सर्दियों में ही नहीं बल्कि गर्मी में भी गर्म पानी से नहाते हैं। हालांकि इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि त्वचा पर गर्म पानी पड़ने से नैचुरल ऑयल के कम होने का डर रहता है। इसलिए संभव हो तो हल्के गुनगुने पानी से नहाएं।
बहुत से लोग साबुन के बारे में सोचते हैं कि जो ज्यादा झाग देगा वही शरीर की अच्छी सफाई करता है, लेकिन ज्यादा झाग देने वाला साबुन ज्यादा केमिकल वाला होता है।ज्यादा साबुन का इस्तेमाल आपकी स्किन को ड्राई बना देता है लेकिन बॉडी के सबसे तैलीय हिस्सों में साबुन जरूर लगाएं जैसे आर्मपिट्स, बट, चेहरा।