नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद हाउस में एक संयुक्त वार्ता को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि हम ऑस्ट्रेलिया के साथ अच्छे संबंध रखने में भरोसा करते हैं। पीएम ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के साथ विज्ञान और प्रौद्योगिकी के मामले में मिलकर काम करने वाले हैं, दोनों देश एक दूसरे के पूरक के तौर पर काम करें जिससे विकास की एक नई इबारत लिखी जा सके।
पीएम मोदी के संबोधन की मुख्य बातें-
- हमें आतंकवाद और साइबर सिक्यॉरिटी के लिए विश्व स्तर पर नए तरीके से सहयोग की भावना से विचार करना होगा
- हम ऑस्ट्रेलिया के साथ विज्ञान और प्रौद्योगिकी के मामले में मिलकर काम करने वाले हैं। भारत के लोग ऑस्ट्रेलिया में पढ़ते हैं
- भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 6 MoUs पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
पीएम मोदी ने हैदराबाद हाउस में अपने संबोधन में कहा कि दोनो देश आपसी भाईचारे को बढ़ाने के लिए कार्यरत हैं। आज दोनो देशों के बीच 6 एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं। आतंकवाद आज पूरे विश्व के लिए चिंता का है, हमें आतंकवाद और साइबर सिक्यॉरिटी के लिए विश्व स्तर पर नए तरीके से सहयोग की भावना से विचार करना होगा। पीएम मोदी ने कहा है कि हम ऑस्ट्रेलिया के साथ विज्ञान और प्रौद्योगिकी के मामले में मिलकर काम करने वाले हैं।
भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच आतंकवाद और संगठित अपराध को लेकर समझौता हुआ है, जिसके मुताबिक दोनों देश एक-दूसरे को आतंकवाद से लड़ने के लिए सूचना आदान-प्रदान, तकनीकी सहयोग और दूसरी तमाम मदद करेंगे। इसी तरह दोनों देशों के बीच नागरिक विमानन के क्षेत्र में सुरक्षा को बेहतर करने को लेकर समझौता हुआ है। दोनों देश खेल के क्षेत्र में आपसी सहयोग को लेकर राजी हुए हैं। भारत-ऑस्ट्रेलिया पर्यावरण, जलवायु और वन्य जीवन को लेकर आपसी सहयोग करेंगे। जिसमें दोनों देश आपस में बेहतर पर्यावरण संरक्षण प्रक्रियाओं को लेकर मिलकर काम करेंगे। भारत-ऑस्ट्रेलिया अब सेटेलाइट और पृथ्वी के अंतरिक्ष से निरीक्षण को लेकर भी आपस में मिलकर काम करने को राजी हुए हैं। बताते चलें कि हाल ही में इसरो ने रिकार्ड संख्या में सेटेलाइट लॉन्च कर दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है। इसी तरह दोनों देश स्वास्थ्य और दवाओं को लेकर भी तकनीकी आदान-प्रदान के लिए तैयार हैं।