पटना। मई 26 को मोदी सरकार के तीन साल पूरे होने वाले हैं। 2014 में मोदी के पीएम बनने के बाद मोदी सरकार ने कई उपलब्धियां हासिल की, मोदी के पीएम बनने के बाद हर तरफ बस मोदी-मोदी के नारे ही गूंज रहे हैं। ऐसे में मोदी का मिशन 2019 भी शुरू हो चुका है जिसके लिए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह रात दिन एक किए हुए हैं। वही मोदी सरकार के तीन साल पूरे होने के अवसर पर हर कोई अपनी अपनी तरह से मोदी सरकार के काम काज की समीक्षा कर रहा है। जिसकों लेकर बिहार में सत्ताधारी जदयू ने भी मोदी सरकार के काम काज का हिसाब मांगा है और सात सवालों का जवाब मांगा है।
पटना स्थित जदयू के प्रदेश कार्यालय में जदयू प्रवक्ता संजय सिंह, नीरज कुमार ने रविवार को रविवार को मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने 2 करोड़ नौकरी देने का वादा किया था लेकिन अभी तक मोदी सरकार 20 हजार नौकरियां भी नहीं दे पाई है। उन्होंने कहा कि पिछड़ी जातियों की भर्ती में 90 फीसदी की कमी आई है और मात्र 8436 भर्तियां हुई है।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में सिर्फ 12000 नौकरियां निकली है जबकि इस सेक्टर के लिए मेक इन इंडिया और स्किल इंडिया का अभियान चलाया गया। इस पर केंद्र सरकार का क्या कहना है? आईटी और अन्य निजी क्षेत्रों में भारी छटनी का माहौल बना हुआ है जिसमें करीब 10 लाख निकाले जाने की संभावना है, इस कटौती को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने क्या कदम उठाए हैं?
जदयू प्रवक्ताओं ने कहा कि पार्टी ये सवाल राजनीति के मकसद से नहीं बल्कि यह सभी सवाल राष्ट्र निर्माण से जुड़े हैं। उन्होंने सवाल किया कि बेरोजगार युवाओं से कैसे राष्ट्र निर्माण हो सकता है? उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि कैसे भारत विश्व शक्ति बन सकता है जब हमारे युवा ही बेरोजगार हैं?