ज्यादातर लोग अपनी त्वचा को कोमल और चमकदार बनाने के लिए तेल का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन उनको ये नहीं पता होता की त्वचा पर इस्तेमाल करने वाले तेल आखिर कौन से होते हैं। आज हम आपको ऐसे ही कुछ तेलों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनसे आपकी त्वचा कोमल और चमकदार बनती है। इन तेलों के इस्तेमाल से आप अपनी त्वचा को कोमल और स्वस्थ बना सकते हैं।
जोजोबा का तेल आपकी त्वचा पर न केवल चमत्कारी असर दिखाता हैं बल्कि स्वस्थ भी बनाता हैं। ये तेल आपकी त्वचा को ज्यादा तेलीय और रूखा होने से बचाता है। जीवाणु रोधी गुण होने के कारण यह त्वचा की जलन और खुजली को भी दूर करता है। यह त्वचा में नमी बरकरार रखता है, जिससे खुजली और रूखापन नहीं होता। यह एक्जिमा को रोकने में मददगार साबित होता है।
त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए कैलेंडुला का तेल भी काफी प्रभावशाली होता है ये आपकी त्वचा को रूखा होने से बचाता है और उसमें चमक लाता है। इतना ही नहीं यह तेल आंखों की रोशनी बढ़ता है और सूजन भी कम करता है।
लैवेंडर का तेल एक ऐसा तेल है जिसके बारे में जानकर आप चौक उठेंगे ये तेल सिर्फ सुकून ही नहीं पहुंचाता बल्कि बढ़िया नींद लाने में भी कारगर होता है। यह जीवाणुरोधी गुणों वाला तेल होने के कारण बालों की कई समस्याओं से निजात दिलाता है। यह रूसी को खत्म कर बालों का झड़ना रोकता है और उन्हें मजबूत बनाता है।
कैमोमाइल तेल त्वचा को कोमल और स्वस्थ रखता है। यह एक्जिमा, घाव, अल्सर, जल जाने पर, त्वचा में जलन या खुजली होने प्राकृतिक उपचार के तौर पर इस्तेमाल में लाया जाता है। इसे निपल की त्वचा फट जाने पर या बच्चों को डायपर पहनने के कारण हो जाने वाले रैशेज या दोनों पर भी लगाया जा सकता है। यह माहवारी के दौरान शरीर में होने वाली ऐंठन या दर्द से भी छुटकारा दिलाता है।
यूकेलिप्टस (नीलगिरी) का तेल सिर्फ आपकी त्वचा पर ही नहीं बल्कि आपके शरीर को भी स्वस्थ बनाता है। ये तेल आपको बीमारी से भी बचाता है। केलिप्टस का तेल अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, निमोनिया, तपेदिक जैसी बीमारियों के इलाज में भी प्रभावकारी असर दिखाता है। यूकेलिप्टस के तेल में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, इसलिए यह जल जाने, कट जाने, घाव, खरोंच होने पर इस्तेमाल किया जा सकता है।
इन तेलों को इस्तेमाल करने का तरिका भी हम आपको बता रहे हैं कि आप इन तेलों का इस्तेमाल किस तरह से करेंगे। इन तेलों का इस्तेमाल आप किसी भी पतले तेल में मिला कर ही करें क्योंकि और तेलों के मुकाबले ये तेल ज्यादा भारी होते हैं। इसलिए इन तेलों को मिलाकर ही इस्तेमाल करें नहीं तो इनका खाली इस्तेमाल करने से त्वचा पर लालिमा पड़ने या जलन होने की आशंका रहती है।