लखनऊ। सूबे में हाल ही में आई योगी सरकार जनता से अपने किए वादों को एक-एक करके पूरा करने में सफल सीएम के रूप में नजर आ रही हैं। BJP की योगी सरकार उन्हीं में से एक वादा 5 सितंबर को पूरा करने जा रही है। आखिर अब जल्द ही सूबे की राजधानी लखनऊ में मैट्रो का सफर शुरू हो जायेगा। जीहां उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 5 सितंबर से मैट्रों का चलन शुरू होने जा रहा है, जोकी राजधानी का काफी बड़ा ड्रीम प्रोजेक्ट है। सीएम योगी आदित्यनाथ की तरफ से लखनऊ वासियों के लिए यह एक बड़ी सौगात होगी। जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है, तो अब उनकी रोज के आने-जाने की ये परेशानी दूर हो जाएगी। हांलाकि ये वादा पूर्व सरकार के द्वारा किया गया था। लेकिन सपा सरकार अपने किसी वादे पर खरी नही उतर पाई है।
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने अपनी सरकार के कार्यकाल के दौरान कई वादे किए थे। उनमें से एक ड्रीम प्रोजेक्ट लखनऊ मैट्रो का औपचारिक शुभारम्भ 1 दिसंबर को करने का वादा किया था। इसके लिए सरकार और समाजवादी पार्टी ने बड़ी धूम-धाम से तैयारीयां की थी तथा पूरे शहर में पोस्टर भी लगाए गए थे। उन्ही पोस्टरों को लेकर बर्खास्त नेताओं की पार्टी से नाराजगी भी सामने आयी थी, जिन पोस्टरों से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव का चेहरा गायब था। लेकिन सीएम अखिलेश के आगरा के कार्यक्रम के दौरान भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला था। अब एक बार फिर सीएम अखिलेश के मैट्रो उद्घाटन के कार्यक्रम के पोस्टरों से चाचा शिवपाल का चेहरा गायब है।
सीएम अखिलेश यादव ने कहा था कि ये राजधानी का सबसे बड़ा ड्रीम प्रोजेक्ट है और जल्द ही राजधानी में मैट्रो दौडने लगेगी। उन्होंने कहा था कि मैट्रो का कार्य अब पूरी तरह से बन कर तैयार हो गई है। मैट्रो के पहले चरण का सारा काम पूरा कर लिया गया है। कल से ये मैट्रो अपने ट्रायल रन पर दौडने जा रही है। सीएम अखिलेश यादव खुद इसे हरी झंड़ी दिखाकर रवाना करेंने के लिए उद्घाटन करके आए थे। लेकिन आखिर क्या जनतो को इस वादे में भी सबसे बड़ा धोका दिया था।