नई दिल्ली। महिलाओं के माहवारी के बारे में तो आपने सुना होगा पर क्या आप जानते हैं कि पुरुषों में भी माहवारी होती है। यकीन नही हो रहा ना.. पर आपको बता दें कि ऐसा भी होता है। बात सोचने वाली जरुर है क्या पुरुषों को भी पीरियड्स यानी महिलाओं की तरह माहवारी होती है? क्या पुरुषों में भी इरिटेबल सिंड्रोम होते हैं? क्या मर्दों को भी मासिक धर्म होता है? जी हां, बेशक पुरुषों को महिलाओं की तरह सैनिटरी पैड्स की जरूरत नहीं होती लेकिन उनके हार्मोंस में भी हर महीने बदलाव आता है।
शायद इसे आपने महसूस ना किया हो पर कई बार ऐसा होता है कि आप अचानक छोटी-छोटी बातों को लेकर अपसेट हो जाते है? हर महीने वे कुछ दिन थकान या आलस महसूस करते है? आप कुछ दिनों के लिए संवेदनशील हो जाता है? अचानक से मूड बदल जाता है? कई बार बिना मतलब के बहस करने लगते है और अचानक शांत हो जाता है? कई बार वो ऐसे व्यवहार करते है जैसे महिलाओं को पीरियड्स हो गए हैं?
आपको बता दें कि पुरुषों के हार्मोंस में मासिक चक्र की तरह बदलाव आता है, अगर आपका पार्टनर चिड़चिड़ा होता है, कई बार अचानक इमोशनल हो जाता है या उसमें मूड में उतार-चढ़ाव आता है तो हो सकता है कि उनका हार्मोंस बदलने का मासिक चक्र चल रहा हो। आपको इस दौरान अपने पार्टनर को समझने की जरूरत है ऐसे समय में पार्टनर को गले से लगाएं उन्हें सहानुभूति दें तभी वे इस हार्मोनल उतार-चढ़ाव से लड़ पाएंगे।
एक हालिया सर्वे में कई महिलाओं ने अपने पार्टनर्स का इंटरव्यू किया, जिसमें उनके पार्टनर ने कई ऐसी कंडीशंस के बारे में बताया जो आमतौर पर मासिक धर्म से संबंधित हैं. थकान, संवेदनशीलता, एंजाइटी, मूड बदलना जैसे लक्षण।तकरीबन 45 फीसदी महिलाओं ने इस सर्वे में भाग लिया जिनका कहना था कि उन्होंने हर महीने के कुछ दिनों में अपने पार्टनर्स में ये लक्षण देखें हैं। करीबन 50 फीसदी महिलाओं ने ये स्वीकार किया कि उनके पति पीरियड्स के दौरान यानी हार्मोंस बदलाव के दौरान चिड़चिड़े हो जाते हैं।कई महिलाओं ने ये भी माना कि उनके पति हर महीने के कुछ दिन काफी ज्यादा थकान महसूस करते हैं. जबकि कईयों ने माना कि उनके पति हर महीने के कुछ दिन बहुत अधिक भूख महसूस करते हैं, साथ ही कुछ ने माना कि उनके पति अचानक अपसेट हो जाते हैं और उनका मूड बहुत जल्दी-जल्दी बदलता है।
अगर पुरुषों को स्वयं में इस चक्र के बारे में जानना है तो वे इन लक्षणों की पहचान कर सकते हैं जैसे सेक्स इच्छा में कमी, एंजाइटी, थकान, गुस्सा आना, डिप्रेशन, मूड बदलना और सुस्ती आना जैसे लक्षण शामिल है। हालांकि पुरुषों के लिए स्वयं में हर माह होन वाले इस बदलाव को समझपाना इतना आसान है नहीं। महिलाएं इसे जान सकती हैं पर आमतौर पर वही महिलाएं जो उनके बेहद करीब हैं। साथ ही रिसर्च ने ये भी दावा किया कि टीनेज, युवावस्था और मिड लाइफ में ये बदलाव बहुत अधिक महसूस होता है।