मेरठ। उत्तर प्रदेश के सिंहासन पर योगी आदिनाथ के बैठते हैं हर तरफ कार्रवाई का दौर शुरू हो गया है। ताजा मामला मेरठ का हे जहां पूर्व कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर के काम्प्लेक्स पर मेरठ विकास प्राधिकरण के अधिकारियों की निगाहें जाते ही उसे सील कर दिया गया है।
बता दें कि ये काम्प्लेक्स मेरठ के सबसे महंगे और पॉश इलाके में बना हुआ है। इस काम्प्लेक्स के मालिक शाहिद मंजूर की पत्नी गुलनाज शाहिद है। समाजवादी सरकार के कार्यकाल में यह कंपलेक्स बन कर खड़ा हो गया। कई बार इस काम्प्लेक्स को लेकर विवाद भी हुए, लेकिन सत्ता के रसूख के आगे कोई अधिकारी नहीं बोला।
मगर अखिलेश की सत्ता जाते ही अधिकारियों ने इस करोड़ों की इमारत को एक झटके में सील कर दिया है। इस बात का दूसरा पहलू ये भी है कि इस प्रोजेक्ट में सिर्फ सपा नेता के नहीं बल्कि भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी का भी पैसा लगा हुआ है। इस काम्प्लेक्स के सील होने के बाद सवाल उठना लाजिम हैं कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का ही पैसा सील कर दिया।
वहीं, इस पूरे मामले पर जब भारत खबर ने भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी से बात की तो उन्होंने सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। बातचीत में आरोपों को गलत ठहराते हुए कहा कि उनके पास इतना पैसा ही नहीं है कि वो किसी बिल्डिंग या काम्प्लेक्स जैसी जगहों पर इनवेस्ट करेंगे।
शाहिद मंजूर का लगा है पैसा
भारत खबर से बातचीत के दौरान भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि इस पूरे काम्प्लेक्स में सपा नेता शाहिद मंजूर और उनकी पत्नी का पैसा लगा है। अगर कोई ये कहता है कि काम्प्लेक्स में उनका भी पैसा लगा है तो ये सिर्फ एक अफवाह है।
शानू भारती, संवाददाता