यूपी। मोदी सरकार के काले धन से निपटने के लिए 500-1000 के नोट बंद करने के बाद से देश भर से अलग अलग बयान आ रहे हैं। इसी लिस्टमें बसपा की कर्ता धर्ता सुश्री मायावती ने मोदी के इस कदम पर सवाल उठाते हुए कहा है कि ये फैसला मोदी करकार की तानाशाही का प्रमाण है। ये एक अहंकार से भरा कदम है जिससे देश में रहने वाले गरीबों और असहायों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है जब सरकार इस परेशानी को नहीं समझ सके तो उसके बुरे दिन दूर नहीं।
लखनऊ में दिए इस बयान में मायावती ने कहा कि ‘‘भाजपा के इस तानाशाही और अहंकारी व्यवहार की सजा जनता उसे जरूर देगी। ये फैसला आर्थिक आपातकाल का है जिससे देश के करोड़ों गरीबों और मेहनतकशों को पीड़ा हो रही है। उनकी परेशानी को अपना समझकर बसपा ने केन्द्र के फैसले पर कल कड़ी प्रतिक्रिया दी थी”। उन्होंने आगे कहा, ‘‘जब देश की शासक पार्टी देशवासियों और आम नागरिकों की पीड़ा नहीं समझ पाये तो ऐसी सरकार के बुरे दिन दूर नहीं हैं. यह जनता में आम चर्चा भी है।’’ मायावता ने केन्द्र और मोदी सरकार के इस फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्हें इस फैसले की कमियों पर काम करना चाहिए, न कि उन्हें छुपाया जाए।
अनुराधा सिंह