यूपी

हरदोई में किशोरी के साथ दुष्कर्म का मामला, पुलिस जांच में जुटी

man purchase girl, gangrape, police, crime, up, hardoi

यूपी के हरदोई में एक किशोरी को पहले बेचे जाने और उसके बाद उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार परिचित महिला के झांसे में आकर चार युवकों के हाथों 50 हजार रुपए में बिकी किशोरी को कई दिनों तक बंधक बनाए रखा। इस दौरान उसके साथ बारी-बारी से दुष्कर्म भी किया गया। बाद में उसे एक जंगल के पास फेंक कर सभी आरोपी फरार हो गए। पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

man purchase girl, gangrape, police, crime, up, hardoi
crime

यह मामला हरदोई के सुरसा थाना क्षेत्र के एक गांव का है। 23 जुलाई को गांव निवासी 15 वर्षीय किशोरी को अपने मायके में रह रही शालू पत्नी देवा निवासी टड़ियावां घर से बाजार जाने की बात कह कर ले गई थी। जहां से किशोरी वापस नहीं लौटी। परिजनों का आरोप है उसके बाद किशोरी को शालू ने पड़ोसी गांव तकिया निवासी मुकेश के हाथ 50 हजार रुपए में बेच दिया। पीड़ित परिवार के मुताबिक किशोरी को खरीदने के बाद मुकेश अपने बहनोई उन्नाव जनपद के महाराजा निवासी रामू के यहां गया।

वहां पर कुछ दिन तक किशोरी को बंधक बनाकर रखा गया। उसके बाद मुकेश उसे लुधियाना लेकर चला गया। वहां पर बंधक बनाकर अपने भाई सर्वेश व भयान समेत चार लोगों ने पीड़िता के साथ गैंगरेप किया। इस बीच यहां किशोरी के परिजनों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर तलाश शुरू कर दी थी। किशोरी का आरोप है कि आरोपियों ने गांव के बाहर वन विभाग के जंगल में भी बारी-बारी से दुष्कर्म किया, जिससे वह बेहोश हो गई। परिजनों के मुताबिक मवेशी चरा कर लौट रहे लोगों ने उसे देखा तो परिजनों को सूचना दी। जिससे परिजन मौके पर पहुंच कर किशोरी को घर लाए। घटना की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने किशोरी को लेकर महिला थाने भेजा। जहां से महिला पुलिस ने किशोरी का मेडिकल परीक्षण करवाया है। इस मामले में मुकेश सहित तीन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। वहीं पुलिस पूरे मामले की जांच करने में जुटी है।

Related posts

दोस्ती से शुरू हो गर्भपात और बलात्कार तक पहुंचा रिश्ता

piyush shukla

सत्ता में आये तो यांत्रिक कत्लखानों पर लगेगा प्रतिबंध: शाह

kumari ashu

बरेली काजी: मदरसों में 15 अगस्त मनाएंगे लेकिन राष्ट्रगान गाए बिना

Rani Naqvi