राम रहीम के जेल जाने के बाद अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के प्रवक्ता महंत मोहनदास मंगलवार को लापता हो गए हैं। वह ट्रेन से कही जा रहे थे तब से ही वह लापता हैं। उनकी आखिरी लोकेशन यूपी के मेरठ में बताई जा रही है। वह लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस के लिए रेलवे स्टेशन पहुंचे थे। पुलिस ने उनकी तलाश शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक महंत मोहनदास कल्याण के लिए जा रहे थे इसके लिए उन्हें ट्रेन पकड़नी थी जिसके लिए वह हजरत निजामुद्दीन स्टेशन आए थे। ट्रेन में उनका रिजर्वेशन ए1 कोच में था। जानकारी के मुताबिक महंत ने अपना सामान किसी को महंत दामोदर को देने के लिए दिया था। जिसके बाद से ही वह लापता हो गए हैं। उनके लापता होने की सूचना तब मिली जब उनका सेवादार उन्हें खाना देने के लिए आ रहा था। लेकिन महंत मोहनदास वहां नहीं मिले थे।
माना यह भी जा रहा है कि ट्रेन के काफी ज्यादा लेट चलने के कारण वह सड़क रास्ते से ही चले गए हैं। लेकिन पुलिस ने उनके नंबर को सर्विलांस पर डाल दिया है। उनकी आखिरी लोकेशन मेरठ में देखी गई है। सूत्रों के हवासे से जानकारी है कि जिस वक्त वह गायब हुए उनके पास पैसों से भरी पोटरी थी। गौरतलब है कि फर्जी बाबा की लिस्ट जारी होने से पहले महंत नरेंद्र गिरी को धमकी भी मिली थी जिसके लिए उन्होंने एफआईआर दर्ज कराई थी। सूत्रों के मुताबिक जानकारी है कि उन्हें बालात्कार के जुर्म में जेल में बंद आसाराम के शिष्य ने धमकी दी थी।