नई दिल्ली। देशभर में बच्चों, युवाओं सहित हर वर्ग को पसंद आनेवाले मैगी नूडल्स के सैंपल एक बार फिर लैब टेस्ट में फेल हो गए हैं। इन सैंपल्स में राख की मात्रा जरूरत से ज्यादा पाए जाने की खबर है। इतना ही नहीं इसके चलते स्थानीय जिला प्रशासन ने मैगी की कंपनी नेस्ले इंडिया, इसके डिस्ट्रिब्यूटर्स और विक्रेताओं पर लाखों का जुर्माना लगाया है। मैगी नूडल्स बनाने और बेचने वाली बहुराष्ट्रीय कंपनी नेस्ले इंडिया ने पूरे मामले पर अपनी सफाई दी है।
बता दें कि उपभोक्ताओं के लिए 100 फीसदी सुरक्षित है, और वे इस पूरे मामले की अपील करेंगे। मामला उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले का है। जहां जिला प्रशासन के अंर्तगत खाद्य विभाग द्वारा एकत्र किए मैगी नूडल्स के सात सैंपल लैब टेस्ट में फेल हो गए। इन सैंपल में राख की मात्रा मानक स्तर से ज्यादा पाई गई। जिसके चलते अतरिक्त जिला न्यायधीश ने मैगी की कंपनी नेस्ले इंडिया पर 45 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है।
वहीं इस पर नेस्ले इंडिया के प्रवक्ता शशांक कुमार नायर ने हिन्दुस्थान समाचार के पूछे जाने पर पूरे मामले पर अपनी सफाई दी और बयान जारी किया। अपने बयान में नेस्ले इंडिया ने कहा, ‘हम दृढ़ता से दोहराते हैं कि मैगी नूडल्स उपभोग के लिए 100% सुरक्षित हैं। हालांकि हमें अधिकारी द्वारा पारित आदेश प्राप्त नहीं हुआ है। हमें बताया गया है कि नमूने वर्ष 2015 के हैं और यह समस्या नूडल्स में ‘राख सामग्री’ से संबंधित है।