लखनऊ। लखनऊ मेट्रो को को कुल 3502 करोड़ रुपये का विदेशी बैंक से कर्ज मिलना है। यूरोपियन यूनियन बैंक से मिलने वाली 750 करोड़ रुपये की किस्त अभी नहीं मिल पाई है, अक्टूबर में मिलने की संभावना है। लखनऊ मेट्रो के एमडी कुमार केशव के मुताबिक, ईआबी से मिलने वाला कर्ज नॉर्थ-साउथ कारिडोर पर आने वाले कुल 6928 करोड़ के खर्च का बड़ा हिस्सा है। इसमें सबसे बड़ा खर्च नॉर्थ-साउथ कारिडोर के 80 कोचों के लिए 1069.8 करोड़ रुपये है।
एमडी ने बताया कि बताया कि पहली किस्त मिलने का इंतजार है। फिलहाल चारबाग से ट्रांसपोर्टनगर के बीच निर्माण कार्य पर इसका असर नहीं पड़ेगा। रकम मिलने के बाद भूमिगत मेट्रो और इसके आगे मुंशीपुलिया तक निर्माण कार्य में तेजी आएगी। लखनऊ मेट्रो को उम्मीद है कि अक्टूबर तक पहली किस्त मिल जाएगी। यह रकम केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय के माध्यम से लखनऊ मेट्रो के खाते में पहुंचेगी।