नई दिल्ली। घर में किसी भी शुभ काम करने से पहले जिस भगवान की पूजा -अर्चना की जाती है वो है भगवान श्री गणेश। किसी की शादी हो , गृह प्रवेश हो या फिर कोई और शुभ काम ऐसे समय में इनकी पूजा करना अनिवार्य माना जाता है। यहां तक की शादी -ब्याहा का पहला कार्ड जिन्हें दिया जाता है वो विघ्नहर्ता गणेश जी ही है। इसके साथ ही बुधवार के शुभ दिन गणेश जी की उपासना से व्यक्ति का सुख -सौभाग्य बढ़ता है और सभी रुकावटें दूर होती है।
ऐसा कहा जाता है कि गणेश के नाम के स्मरण से सारे कार्य बिना किसी रुकावट के संपन्न होते है इसलिए भगवान गणेश को विनायक भी कहा जाता है। यहां तक की उनके नाम से गणेश पुराण भी है। लेकिन उनकी पूजा सबसे पहले क्यों की जाती है उसको लेकर भी एक कहानी प्रचलित है। एक बार सभी देवों में यह प्रश्न उठा कि आखिर इस पृथ्वी पर सबसे पहले किस भगवान की पूजा की जाए। ऐसे में सभी देव अपने को महान बताने लगे। आखिर में इस समस्या को सुलझाने के लिए नारद ने शिव को निर्णायक बनाने की सलाह दी।
काफी सोचने के बाद भगवान शिव ने कहा पृथ्वी की परिक्रमा सबसे पहले पूरा करके जो पहले पहुंचेगा उसकी सबसे पहले पूजा होगी। इस प्रतियोगिता में गणेश जी जीते जिसके बाद इनकी पूजा सबसे पहले की जाती है।