नई दिल्ली। आखिरकार योगी सरकार के एक के बाद एक सुरक्षा और अराजकता पर नकेल कसने के दावे खोलले साबित होते जा रहे हैं। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भले ही विधान सभा से कहते नजर आ रहे हों। लेकिन बहमाशों पर इस दावे का कोई असर होता नहीं दिख रहा है। बीते साल बुलंदशहर में हुए रेप ने लोगों को हिलाकर रख दिया था।
तत्कालीन सपा सरकार के सुरक्षा और कानून व्यवस्था के दावों को लेकर विपक्ष की भूमिका में रही भाजपा ने एक नारा दिया था ना गुण्डाराज ना भ्रष्ट्राचार अबकी बार भाजपा सरकार। इस बात को सरकार बनते ही योगी ने साफ किया था। निर्देश भी जारी किए लेकिन अपराधियों में इस बात का कोई खौफ देखने को नहीं मिल रहा है।
नहीं थमी वारदातें
बीते दिनों मथुरा में सरेआम अपराधी एक सर्राफा व्यवसायी के साथ उसकी दुकान में जाकर लूट करते हैं। इसके बाद गोली मार कर हत्या कर देते हैं। काफी हंगामा होने के बाद पुलिस प्रशासन हरकत मे आता है । इसके बाद मामले का खुलासा होता है। वहीं सहारनपुर में बीते 3 हफ्ते में हो रही हिंसा को लेकर विपक्ष लगातार योगी सरकार पर निशाना साधे हुए है। सरकार भले ही कानून-व्यवस्था को सुधारने की कवायद करती रहे लेकिन अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही रही है।
गैंगरेप और लूट से दहला एक्सप्रेस वे
ताजा मामला यमुना एक्सप्रेस हाइवे का है। जहां जेवर से बुलंदशहर जा रहे एक परिवार को पहले तो बंधक बनाया गया। फिर लूटपाट की और इतने से भी अपराधियों का मन नहीं भरा तो महिलाओं के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दे दिया। इसके बाद अपराधी फरार हो गये। घटना के तकरीबन डेढ़ घंटे बाद पुलिस घटना स्थल तक पहुंची । तब तक अपराधी फरार हो चुके थे। अब पुलिस पीड़ितों का मेडिकल करा मामला दर्ज कर जांच करने की बात कह रही है।
पुलिस का दावा कर रही है जांच
वहीं नोएडा एस एस पी लव कुमार का कहना है कि हम सूचना मिलते ही समय से पहुंच गये थे। इसके साथ ही उन्होने कहा है कि इस पूरे मामले में एस ओजी और एस टी एफ के साथ यूपी पुलिस इस मामले पर संयुक्त कार्रवाई कर जल्द से जल्द अपराधियों को पकड़ने में जुटी है। उन्होने इस बात को खारिज कर दिया कि पुलिस को घटना की जानकारी मिलने के बाद स्पाट पर पहुंचने में तकरीबन डेढ़ घंटे का समय लगा।
पीड़ित मांग रहे इंसाफ
पीड़ित परिवार जनों की माने तो पुलिस को घटना स्थल पर पहुंचने में काफी वक्त लगा अगर पुलिस समय से पहुंच जाती तो शायद महिलाओं के साथ गैंगरेप की वारदात को रोक सकती थी। पीडितों की माने तो पहले गाड़ी के टायर को पंचर कर दिया इसके बाद अचानक पहुंचे बदमाशों ने आदमियों के हाथ पांव बांध दिये। इसके बाद लोगों के साथ मारपीट कर लूटपाट की महिलों को हाइवे से दूर खेतों में ले जाकर पहले लूटपाट की फिर उनके साथ गैंगरेप कर छोड़ दिया।