बिहार

लालू की इफ्तार पार्टी नीतीश-लालू मिले गले

nitish lalau लालू की इफ्तार पार्टी नीतीश-लालू मिले गले

पटना। पिछले कुछ समय से राष्ट्रपति चुनाव की राजनिति गरमायी हुई है। रामनाथ कोविंद और मीरा कुमार को देखते हुए विपक्ष के महागठबंधन के विवाद को साफ तरीके से देखा जा सकता है। इस समय पक्ष और विपक्ष की तरफ से बयान बाजीया चल रही है। बिहार के वर्तमान राज्यपाल रामनाथ कोविंद जो की नीतीश कुमार के बहुत ही पसंदीदा राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार है और एनडीए ने रामनाथ कोविंद को अपना प्रत्याशी बनाया है। और वहीं विपक्ष ने जोड़ गांठ कर मीरा कुमार को कोविंद के सामने खड़ा किया है। जहां बिहार एक प्रत्याशी की जन्मभूमि है तो वहीं दूसरे प्रत्यशी की कर्मभूमि है।

nitish lalau लालू की इफ्तार पार्टी नीतीश-लालू मिले गले

यह सुनते ही जहां एक ओर महागठबंधन के नेताओं की बेचैनी बढ़ तो वहीं दूसरी ओर दिल्ली में बैठक कर रही विपक्ष की पार्टियों को बड़ा झट्का लगा और उन्होंने दलित के समाने दलित कार्ड खेलते हुए बिहार की बेटी मीरा कुमार को अपना प्रत्याशी बना लिया ताकि नीतीश इस बहाने अपना फैसला बदल लें। लालू ने भी नीतीश को हिदायत दी यह एतिहासिक भूल मत कीजिए नीतीश जी, और अपने फैसले पर एक बार और विचार कर लिजिए। लेकिन अपने फैसले से कभी पीछे नहीं हटने वाले नीतीश ने भी लालू को करारा जवाब दिया की और कहा की यह एतिहासिक भूल है तो कोई बात नहीं कभी-कभी ऐसी भूल भी करनी चाहिए।

नीतीश के इस फैसले की लोगों ने जमकर सराहना की साथ ही राजद नेताओं ने कई तंज कसे और कहा की बीजेपी का साथ इतना ही पसंद है तो भाजपा में शामिल क्यों नहीं हो जाते हो, धोखा तो मत दीजिए। महागठबंधन के बीच बढ़ती इस दूरी को सोशल मीडिया में बदलते समीकरण के रूप में देखा जा रहा है। रमजान के महीने में दावत-ए-इफ्तार का भी खूब दौर चला है सभी राजनीतिक हस्तियों ने अपने-अपने आवास पर दावत-ए-इफ्तार का आयोजन भी किया इफ्तार पार्टी के बहाने विपक्ष पर तंज कसे और राजनितिक बैठके भी हुई और कई तरह के व्यंजन के स्वाद के चर्चे भी रहे।

लालू के घर की इफ्तार पार्टी इस बार कुछ खास रही। इफ्तार पार्टी में सबकी नजरें लालू-नीतीश पर ही टिकी रहीं। दोनों ने एक-दूसरे को गले तो लगाया, लेकिन दोनों के बीच की बढ़ती दूरी साफ झलक रही थी। रूठने-मनाने जैसी बातें तो हुई नहीं। लेकिन तल्खी ऐसी दिखी की नीतीश ने साफ शब्दों में कहा की मीरा को सबने हराने के लिए ही उम्मीदवार बनाया है, इस मुद्दे पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए। इसपर पहली बार डिप्टी सीएम तेजस्वी ने नीतीश को जवाब देते हुए कहा की मैदान में उतरने से पहले जीत-हार तय नहीं होती है।

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