मेरठ। शिवरात्रि नजदीक आने के कारण कांवड़ियों का रेला हरिद्वार की ओर चरम सीमा पर चढ़ ने लगा है। इससे बस अड्डों और रेलवे स्टेशनों पर कांवड़ियों की भीड़ बढ़ने से व्यवस्था चरमराने लगी है। सोहराब गेट बस अड्डे पर रात और दिन सैकड़ों बसों के जमावड़े से स्थिति चरमरा रही है। कांवड़ व्यवस्था को सुचारू करने के लिए भैंसाली डिपो की बसों को भी सोहराब गेट डिपो से चलाया जा रहा है। सोहराब गेट डिपो में 400 बसें खड़ी करने की जगह है। आम दिनों में यहां से 400-500 बसों का संचालन हुआ करता है।
मेरठ और भैंसाली डिपो की बसों को मिलाकर यहां से 650 बसों का संचालन किया जा रहा है। दिल्ली, कौशांबी, गाजियाबाद, गढ़मुक्तेश्वर समेत, राजस्थान, उत्तरांचल डिपो की बसें भी सोहराब गेट आ रही हैं। इन बसों के आने से गढ़ रोड पर अव्यवस्था फैल रही है। हरिद्वार की ओर जा रहे कांवड़िएं 21 जुलाई के जलाभिषेक के लिए हरिद्वार से कांवड़ लाने के लिए कांवड़ियों का रैला उमड़ने लगा है। हजारों लोग हर रोज हरिद्वार के लिए प्रस्थान कर रहे हैं। इससे रेलवे स्टेशन और सोहराबगेट डिपो पर कांवड़ियों की भीड़ उमड़ रही है। इसके अलावा आम यात्री भी बुरी तरह से परेशान हैं।
एनएच-58 बाइपास और दिल्ली रोड बंद होने के कारण बागपत, बड़ौत, शामली, हस्तिनापुर, और सहारनपुर रूट की बसों का संचालन सोहराब गेट से नहीं हो रहा है। यहां जाने वाले यात्रियों ने जब सोहराब गेट बस अड्डे की इनक्वॉयरी पर पूछा तो पता चला कि यहां से बसें नहीं मिलेंगी। हरिद्वार के लिए हर पांच मिनट में बस हरिद्वार के लिए वाया बिजनौर बसों का संचालन किया जा रहा है। इसके अलावा, कांवड़ियों की भीड़ के मद्देनजर अन्य रूट की बसें भी हरिद्वार रूट पर लगाई हैं। इसके बावजूद भी भीड़ कम नहीं दिख रही है। रोडवेज अधिकारियों का कहना है कि सोहराब गेट बस अड्डे से हर 5 मिनट में हरिद्वार के लिए बस की सुविधा है।