बेंगलुरु। कर्नाटक में टीपू सुल्तान की जयंती के जलसे को लेकर राज्य सरकार द्वारा लगाई गई सुरक्षा व्यवस्था नाकाम होती हुई नजर आ रही है। मिली जानकारी के मुताबिक टीपू जयंती मनाने को लेकर मदेकेरी में हिंदू संगठनों ने राज्य परिवहन की बसों पर टीपू की जयंती मनाने के विरोध में पत्थरबाजी की। इस दौरान विरोध के बीच कांग्रेस और बीजेपी के कार्यकर्ता भी आपस में भिड़ गए। बता दें कि पिछले दिनों टीपू को लेकर हुए विरोध के बाद कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने जयंती के मौके पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में आने वाले अतिथियों की सूची में से केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगडे समेत सभी बीजेपी नेताओं के नाम हटा दिए हैं।
दरअसल मैसूर के 18वीं सदी के शासक टीपू सुल्तान की आज जयंती है, इस मौके पर सरकार की तरफ से आयोजित टीपू जयंती समारोहों के मद्देनजर पूरे शहर की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। बेंलगुरु के पुलिस कमिशनर ने कहा है अगर कोई अशांति फैलाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। राज्य की सिद्दारमैया सरकार ने दो साल पहले टीपू जयंती मनाना शुरू किया था, बीजेपी और कुछ दक्षिणपंथी समूहों के सदस्यों ने इस समारोह को मनाए जाने का विरोध किया था। बताते चलें कि हिंदू संगठनों और बीजेपी का कहना है कि टीपू सुल्तान हिंदूओं के लिए औरंगजेब की तरह एक क्रुर शासक था, उसने मैसूर के हिंदुओं पर अत्यचार कर उनको धर्म बदलने पर मजबूर किया था।