नई दिल्ली। करगिल युद्ध में पाकिस्तान को धूल चटाने वाले सेना के एक जबाज अधिकारी ने एक बार फिर पाकिस्तान की बखिया उद्देडी है। इस अधिकारी ने पाकिस्तान के खिलाफ वर्चुअल दुनिया में जंग जीती है। दरअसल हाल में उन्होंने कुछ हैकरों को जोकि पाकिस्तान से संबंधित बताए जा रहे हैं द्वारा सेना के आईटी सिस्टम में सेंध लगाने के प्रयास को विफल कर दिया। बता दें कि अगर ये हैकर सिस्टम में सेंध लगाने में कामयाब हो जाते तो सेना की काफी महत्वपूर्ण सूचनाएं दुश्मनों के हाथ लग सकती थी। अधिकारी को जब इस साइबर हमले के बारे में पता चला तो उन्होंने इसे अपनी सूझबूझ से विफल कर दिया।
इस मामले को लेकर सेना के सूत्रों का कहना है कि अगर हैकर इस पार्सवर्ड को हासिल कर लेते तो उनके पास देश की सुरक्षा से जुड़े कई गोपनीय जानकारी पहुंच जाती। सेना को शक है कि ये हैकर पाकिस्तान या फिर चीन के हो सकते हैं, जोकि पिछले कुछ वर्षों से काफी सक्रिय हैं और भारतीय सेना के अधिकारियों और नेटवर्क को निशाना बना रहे हैं। अधिकारी ने नाम न उजागर करने की शर्त पर बताया कि उन्होंने करगिल युद्ध में हिस्सा लिया था और भारतीय चौकि पर कब्जा करने आए पाकस्तानी घुसपैठियों के खिलाफ बहादुरी दिखाने के लिए गैलेंट्री अवार्ड भी मिला था।
गौरतलब है कि हाल के कुछ सालों में चीनी और पाकिस्तानी अधिकारियों की शह पर हैकर्स ने कई बार भारतीय प्रतिरक्षा बलों के नेटवर्क में सेंध लगाने की कोशिश की है ताकि सेना के बारे में गोपनीय जानकारी हासिल हो सके। ये साइबर हमला ऐसे वक्त में हुआ है जब पाकिस्तान और चीन सीमा पर तनाव बढ़ा हुआ है और पाकिस्तान तो कई जगह पर लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है। इसके पहले पिछले साल अप्रैल महीने में आर्मी साइबर ग्रुप ने अपने अधिकारियों के कंप्यूटर नेटवर्क में एक बड़े साइबर हमले की कोशिश को विफल कर दिया था, जिसमें ‘सेक्स वीडियो’ के लिंक द्वारा ई-मेल नेटवर्क तक पहुंचने की कोशिश की गई थी।