नई दिल्ली। दिल्ली सरकार उसी दिन से परेशान है जिस दिन से कपिल मिश्रा ने केजरीवाल पर आरोपों की बोझार करनी शुरू की हैं। कपिल मिश्रा के आरोपों पर एसीबी ने केजरीवाल सरकार को घेरते हुए 300 करोड़ के घोटाले पर छापेमारी करते हुए जांच शुरू कर दी है। कपिल मिश्रा ने केजरीवाल सरकार पर 300 करोड़ रुपये की एक्सपायरी दवाएं खरीदने और घोटाले का आरोप लगाया था, जिसके बाद यह छापेमारी सामने आई है। इससे पहले कपिल मिश्रा ने केजरीवाल पर हाल ही में स्वास्थ्य विभाग में तीन बड़े घोटाले का आरोप लगाया था। कपिल ने केजरीवाल पर आरोप लगाया था कि दवाईयां खरीदने में केजरीवाल ने 300 करोड़ का घोटाला किया है।
बता दें कि कपिल मिश्रा का आरोप है कि सिर्फ दवाईयों की खरीद में ही नहीम बल्कि अधिकारियों के तबादलें में भी घोटाला किया गया है। जो दवाईयां अस्पताल में भेजी जानी चाहिए वो गोदामों में पड़ी सड़ रही है। जबकि तरूण सीम को 100 करोड़ की दवाई खरीदने की छूट दी गई। कपिल ने केजरीवाल, तरुण सीम और सत्येंद्र जैन पर आरोप लगाते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग में नियम-कानून तोड़कर 30 एमएस की नियुक्ति सत्येंद्र जैन ने की और जूनियरों को एमएस का पद दिया गया। इन मामलों में एलजी के सीधे हस्तक्षेप की जरूरत है।
वहीं, आप के नेता मामले को लेकर प्रेस कांफ्रेंस बुलाई गई। जिसमें आप नेताओं की ओर से दिल्ली सरकार का पक्ष रखा जाएगा। हाल ही में कपिल मिश्रा ने कहा था कि उन्हें स्वास्थ्य मंत्रालय में 3 बड़े घोटालों की जानकारी मिली। उनके मुताबिक केजरीवाल को घोटाले की पूरी जानकारी है। इसीलिए उन्होंने ना तो सत्येंद्र जैन से जवाब तलब किया है और ना ही हेल्थ सेक्रेटरी या चीफ सेक्रेटरी को इस बारे में कोई खत लिखा है। मिश्रा का कहना था कि इसी हड़बड़ाहट में केजरीवाल अस्पतालों के दौरे कर रह हैं।