कानपुर। न्यूजीलैंड के खिलाफ ग्रीनपार्क स्टेडियम में अपना ऐतिहासिक 500वां टेस्ट मैच खेल रही भारतीय टीम अच्छी शुरुआत के बाद लड़खड़ा गई। तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला के पहले मैच के पहले दिन गुरुवार का खेल खत्न होने तक उसने नौ विकेट खोकर 291 रन बना लिए हैं। पहले सत्र में सिर्फ एक विकेट गंवाने वाली भारतीय टीम ने अगले दो सत्र में अपने आठ विकेट खो दिए। दिन की समाप्ति पर रविन्द्र जडेजा 16 और उमेश यादव आठ रन पर नाबाद लौटे।
मेजबानों को अच्छी शुरुआत मिली लेकिन मध्यक्रम और निचला क्रम इस शुरुआत को भुनाने में नाकामयाब रहा। भारत की तरफ से सलामी बल्लेबाज मुरली विजय ने सर्वाधिक 65 रन बनाए। उनके अलावा चेतेश्वर पुजार ने 62 रनों का योगदान दिया। पुजारा ने अपनी पारी में 109 गेंदें खेलीं और आठ चौके लगाए। वहीं, विजय ने अपनी पारी में 170 गेंदों का सामना किया और आठ चौकों की मदद से अर्धशतकीय पारी खेली।
भारत के इस ऐतिहासिक 500वें टेस्ट मैच में कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। शिखर धवन की जगह टीम में शामिल किए गए लोकेश राहुल (32) ने आक्रामक खेल खेला और ट्रेंट बाउल्ट को पहले ही ओवर में दो चौके जड़े। मिशेल सेंटनर ने राहुल को विकेट के पीछे कैच करा कीवी टीम को पहली सफलता दिलाई। राहुल जब आउट हुए तब टीम का स्कोर 42 रन था। इसके बाद पुजारा और विजय ने पहले सत्र में कोई और विकेट गिरने नहीं दिया।
दूसेर सत्र में विजय और पुजारा ने अपने-अपने अर्धशतक पूरे किए। दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 112 रनों की शतकीय साझेदारी की। विकेट पर जम चुके पुजारा और विजय कीवी टीम के लिए खतरा साबित हो रहे थे। तभी विपक्षी कप्तान केन विलियिमसन ने अपने इकलौते सफल गेंदबाज सेंटनर को आक्रमण पर लगया। उन्होंने कप्तान को निराश नहीं किया और पुजारा को अपनी ही गेंद पर कैच कर टीम को दूसरी सफलता दिलाई। कप्तान कोहली मैदान पर उतरे लेकिन दो चौकों की मदद से नौ रन बनाने के बाद तेज गेंदबाज नील वेगनर की शिकार हो कर वापस पवेलियन लौट गए। इश सोढ़ी ने 59वें ओवर में सेट बल्लेबाज विजय को विकेट के पीछे कैच करा भारत को तीसरा झटका दिया।
उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे (18) ज्यादा देर तक मैदान पर टिक नहीं सके। मेहमानों ने नियमित अंतराल पर चार विकेट लेकर भारत को दबाव में डाल दिया। मेजबानों ने 209 के स्कोर पर ही अपने पांच विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद रोहित शर्मा (35) और रविचन्द्रन अश्विन (40) ने छठें विकेट के लिए 52 रन की साझेदारी कर टीम को संभाला। खराब फॉर्म को लेकर आलोचकों का शिकार होते आ रहे रोहित को देख लग रहा था कि आज वह लंबी पारी खेलने के मूड में हैं। लेकिन हमेशा की तरह उन्होंने अहम समय पर अपना विकेट फेंक दिया। वह सेंटनर की गेंद को मिड ऑन के ऊपर से मारने के चक्कर में सोढ़ी द्वारा लपके गए।
निचले क्रम को ट्रेंट बाउल्ट ने अपना शिकार बनाया। उन्होंने रोहित के जाने के बाद रिद्धिमान साहा और अश्विन को पवेलियन भेजा। मोहम्मद समी भी बाउल्ट का शिकार बने। साहा और समी दोनों बिना खाता खोले पवेलियन लौटे। उमेश ने जडेजा का साथ दिया और फिर कोई विकेट नहीं गिरने दिया। दोनों के बीच 14 रनों की साझेदारी हो चुकी है। कीवी टीम की तरफ से बाउल्ट और सेंटनर ने तीन-तीन विकेट लिए। नील वेगनर, मार्क क्रेग और सोढ़ी को 1-1 सफलता मिली।