भारत यात्रा करने के बाद अमेरिकी रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस बुधवार को काबुल एयरपोर्ट पहुंचे हैं। लेकिन उसके पहुंचने के बाद काबुल एयरपोर्ट पर रॉकेट हमला हुआ। यहां कई सारे रॉकेट हमले किए गए हैं। जिसके बाद से ही सभी फ्लाइट्स को रद्द कर दिया गया है। जानकारी है कि तालिबान ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
संबंधित मामले में तालिबान की तरफ से साफ तौर पर कहा गया है कि उनके नक्शे पर अमेरिकी रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस थे। सूत्रों के हवाले से जानकारी है कि एयरपोर्ट पर 20-30 रॉकेट हमले किए गए हैं। कहा जा रहा है कि एयरपोर्ट के पास नाटो बेस कैंप है जोकि निशाने पर था। मार्ट में भी काबुल में आतंकियों ने मिलिट्री अस्पताल को अपना निशाना बनाया था जिसकी जिम्मेदारी आईएसआईएस ने ली थी। इस हमले में 30 लोगों की मौत हो गई थी। हालांकि इससे पहले मई महीने में काबुल में भारतीय दूतावास को भी निशाना बनाया गया था। हमले में बम से धमाका किया गया था। जिसमें 80 लोगों की मौत और 325 लोग घायल हो गए थे। इस हमले में भारतीय दूतावास सुरक्षित थे।