डोईवाला। देवभूमि की महिलाओं और बेटियों के साहस की कई मिशालें हैं। इन्ही कड़ियों में सूबे की ज्योत्सना रावत का नाम भी जुड़ गया है। देवभूमि की इस बेटी ने लेह अल्ट्रा द हाई की 111 किलोमीटर मैराथन को 19 घंटे 40 मिनट में पूरा कर नया कीर्तिमान बनाने के साथ एक बार फिर सूबे की बेटियों का नाम रोशन किया है। डोईवाला बीएसएफ ट्रेनिंग सेन्टर में तैनात बीएसएफ के डिप्टी कमांडेंट वाईएस रावत की 17 वर्षीय बेटी के इस कारनामे से पूरा परिवार गदगद है।
देवभूमि की इस बेटी ने लेह-लद्दाख के अति दुर्गम क्षेत्र में आयोजित लेह अल्ट्रा द हाई मैराथन रेस में प्रतिभाग करते हुए 111 किलोमीटर वर्ग की दौड़ को महज 19 घंटे 40 मिनट में पूरा किया। किसी भी भारतीय महिला धावक ने अभी तक इस मैराथन रेस को पूरा नहीं किया था। इसी के साथ ज्योत्सना ने अपने नाम एक नया कीर्तिमान भी दर्ज कर लिया है। क्योंकि लेह की विषम परिस्थितियों में जहां ऑक्सीजन की कमी होती है। वहां पर ज्योत्सना ने अपने जज्बे से ये दौड़ पूरी कर पहली भारतीय महिला धावक के तौर पर अपना रिकॉर्ड दर्ज कराया है।
इस खिताब के बाद ट्रेनिंग सेन्टर स्थित अपने घर वापस आई ज्योत्सान का भव्य स्वागत किया गया। इसके साथ ही ज्योत्सना को उनकी इस उपलब्धि के लिए सम्मानित भी किया गया। इस मौके पर सेन्टर के डिप्टी कमांडर ने ज्योत्सना को सम्मानित करते हुए कहा कि हमारे बीएसएफ परिवार के लिए ये एक बड़ी कामयाबी है जो इस परिवार से जुड़ी एक महिला धावक ने ये इतिहास रचा है। इस ट्रैक पर आज तक कोई महिला धावक नहीं दौड़ी थी। जिस पर ज्योत्सना ने दौड़कर इतिहास कायम किया है।