अगरतला। देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के कथित तौर पर बीजेपी के चुनावी अभियान की बैठक में शामिल होने को लेकर राजनीति तेज हो गई है। इस मामले को लेकर सीपीआई ने बीजेपी की बैठक में डोभाल के शामिल होने की आलोचना की है। सीपीआई ने इसका विरोध करते हुए कहा कि कुछ मीडिया रिपोर्ट के मुताबित राजनाथ सिंह के आवास पर आगानी त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड में होने वाले चुनाव के लिए बीजेपी और आरएसएस नेताओं की बैठक हुई थी। सीपीआई ने कहा कि कुछ मीडिया ने ये रिपोर्ट प्रकाशित की है कि बैठक में डोभाल भी उपस्थित थे और अगर ये बात सही है तो, ये नियमों का सरेआम उल्लंघन है।
सीपीआई के मुताबिक कैसे एनएसए जैसा सरकारी तंत्र का एक शीर्ष पदाधिकारी बीजेपी के चुनावी अभियान की बैठक में हिस्सा ले सकता है? गृह मंत्रालय को तत्काल स्पष्टीकरण देना चाहिए। बता दें कि अगरतला में सीपीआई के राज्य सचिव बिजान धर ने कहा कि राजनाथ सिंह ने भारतीय जनता पार्टी के महासचिव राम माधव और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के वरिष्ठ नेता कृष्ण गोपाल समेत कई नेता इस बैठक में शामिल हुए थे। उन्होंने मुख्य चुनाव आयुक्त ए.के. जोति को लिखे पत्र में कहा कि डोभाल भी उस बैठक में उपस्थित थे।
सीपीआई की केंद्रीय समिति के सदस्य धर ने कहा कि डोभाल अतिमहत्वपूर्ण पद संभाल रहे हैं, ऐेसे में उनका बीजेपी की बैठक में रहना न केवल आवंछनीय है बल्कि आपत्तिजनक भी है। इसी के साथ उन्होंने सत्तारूढ़ बीजेपी पर प्रशासन के जबरदस्त दुरुपयोग का आरोप लगाया। गौरतलब है कि फरवरी-मार्च में त्रिपुरा में विधानसबा के चुनाव होने है और इस समय वहां पर सीपीआई सत्ता में। त्रिपुरा का चुनाव इस बार सबसे अहम माना जा रहा है क्योंकि जहां एक बीजेपी यहां पहली बार सत्ता में आने के लिए प्रयास कर रही है तो वहीं सीपीआई देश में अपना अस्तित्व बनाए रखने के लिए इस चुनाव को जीतने के लिए कार्यशील है।