नई दिल्ली। कोयला घोटाले में फंसे उद्योगपति और कांग्रेस के पूर्व सांसद नवीन जिंदल को इस मामले में दिल्ली की विशेष अदालत ने जमानत दे दी है। जिंदल के खिलाफ मध्य प्रदेश के कोल ब्लाक घोटाले मामले में सीबीआई ने चार्जशीट फाइल की थी। इस मामले में कोर्ट से इनको समन जारी हुआ था। चार्जशीट में इन पर आरोप लगा है कि जिंदल स्टील एडं पावर लिमिटेड ने उपकरणों की खरीद में नियमों का पालन नहीं किया है।
इसके साथ ही इस मामले में जिंदल के ऊपर आरोप था कि उपकरणों की मानक के आधार पर खरीद ना करने के साथ उन्होने इस बारे में कोल मंत्रालय को भी गुमराह किया है। जिंदल झारखंड के अमरकोंडा मुर्गदंगल कोयला ब्लॉक आवंटन मामले में भी एक मुकदमें का सामना कर रहे हैं। सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में नवीन जिंद के अलावा जिंदल स्टील एडं पावर लिमिटेड के पूर्व निदेशक सुशील मारू, पूर्व मैनिजिंग डॉरेक्टर आनंद गोयल और सीईओ विक्रांत गुजराल को भी धोखाधड़ी के साथ अपराधिक साजिश रचने का आरोपी बनाया है।
जिंदल के साथ इन सभी पर मध्यप्रदेश के उत्तर कोल ब्लॉक की खरीद के दौरान गड़बड़ी करने और मंत्रालय को गुमराह करने का आरोप लगाया है। कोल ब्लॉक आवटंन का मामल पूर्व यूपीए सरकार के कार्यकाल में ही प्रकाश में आ गया था। इस दौरान जिंदल सरकार में मौजूद कांग्रेस पार्टी के संसद थे। कांग्रेस और यूपीए सरकार को कोल आवटंन मामले में हुई धांधली के चलते विपक्ष के आरोपों को काफी झेलना पड़ा था। अब इस मामले की अगली सुनवाई कोर्ट 31 अक्टूबर को करेगी।