featured राजस्थान

राजस्थान: सरकार के आश्वासन के बाद जाटों ने वापस लिया आरक्षण आंदोलन

dzfiusdl राजस्थान: सरकार के आश्वासन के बाद जाटों ने वापस लिया आरक्षण आंदोलन

जयपुर। देश में इन दिनों जहां एक तरफ किसानों का कर्ज माफी का आंदोलन चर्चा का केंद्र बना हुआ है तो दूसरी तरफ राजस्थान के भरतपुर-धौलपुर को जाटों ने भी आंदोलन का आह्वान किया। जाटों ने आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन का आह्वान किया है। जाटों के आंदोलन ने मीडिया में अच्छी खासी जगह बना ली है। जहा जाटों का आंदोलन राजस्थान में चल रहा था तो बीते दिनों इसकी आग देश के सबसे बड़े सूबे यूपी तक भी पहुंच गई। और आगरा में जाटों ने खूब तहलका मचाया। जाटों के आरक्षण की मांग की आग इतनी ज्यादा उग्र थी कि इसका सामना करने के लिए किसी को भी कई बार सोचना पड़ रहा था। जाटों ने सड़क और रेल मार्ग पर कब्जा कर लिया। जिससे कई ट्रेनों को रद्द तो कई ट्रेनों के रूटों को बदलना पड़ा था। जाटों का आंदोलन इतना ज्यादा उग्र था कि इसकी आग ने कई सारी बसों को भी अपनी चपेट में ले लिया। जाटों ने आगरा से जयपुर जाने वाली बसों में तोड़फोड़ की यहां तक की कई बस चालकों को भी जाटों ने बहुत पीटा। हालांकि ओबीसी में शामिल करने भरतपुर और धौलपुर के जाटों का आंदोलन अब समाप्त हो चुका है।

dzfiusdl राजस्थान: सरकार के आश्वासन के बाद जाटों ने वापस लिया आरक्षण आंदोलन

सरकार के आश्वासन के बाद जाटों का आंदोलन अब समाप्त हो चुका है। शनिवार शाम को राजस्थान सरकार के आश्वासन के बाद अब जाटों का आंदोलन खत्म हो गया है। भरतपुर पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय में हुई जाट नेताओं की मीटिंग में इस आंदोलन को समाप्त करने का फैसला लिया गया है। कांग्रेस विधायक विश्वेन्द्र सिंह का कहना है कि राज्य सरकार ने उनकी मांगों को मानने के लिए आश्वासन देकर मांगों को मानने की बात कही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने आश्वासन दिया है कि अन्य पिछड़ा आयोग की सिपारिशों के बाद अगली मंत्रिमंडल की बैठक में इस बारे में विचार किया जाएगा। इस दौरान उनका कहन है कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का संबंधित मामले में रुख सकारात्मक हुआ है और यह आंदोलन बिना किसी हिंसा के ही खत्म हो गया है।

आपको बता दें कि वसु्ंधरा सरकार की तरफ से जाट नेता और कांग्रेस विधायक विश्वेन्द्र सिंह का पत्र सौंपा गया है। विश्वेन्द्र सिंह को सौंपे गए पत्र में सरकार ने जाटों को मांगों को मानने का आश्वासन दिया गया है। वही आंदोलन कर रहे जाटों ने 20 जगहों पर सड़क और रेलवे यातायात को ठप कर दिया था। ऐसे में लोगों को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ा था।

Related posts

अरनिया, रामगढ़ और आरएसपुरा में गोलीबारी पर बोले राजनाथ सिंह, ‘BSF को पूरी छूट’

rituraj

शाहरुख खान के छोटे बेटे जो पूर्व रूप से मुझे अपने पिता का पिता मानते हैं: अमिताभ बच्चन

Rani Naqvi

हरदोईः तालाब के किनारे खेलते समय एक युवक ने एयर गन से बच्चे पर फायर कर बच्चे की जान ले ली

mahesh yadav