नई दिल्ली। भाजपा संसदीय दल की बैठक में सांसदों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सांसदों को पूरी तैयारी के साथ सदन में आने की नसीहत दी। उन्होंने सांसदों से कहा कि वे सरकार के कामकाज और सदन में पेश होने वाले विधेयकों के बारे में पूरा अध्ययन कर बैठक में शामिल हों।
बुधवार को संसद भवन परिसर में आयोजित भाजपा संसदीय दल की बैठक में वित्तमंत्री अरूण जेटली ने सांसदों को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के बारे में विस्तार से जानकारी दी। जीएसटी लागू होने के बाद से व्यापारी संगठनों और कुछ दलों द्वारा इसका विरोध किया जा रहा है। इस बाबत आम जनता में जीएसटी से होने वाले लाभ और उसकी बारीकियों को जनता तक पहुंचाने के लिए जेटली ने पार्टी सांसदों को इस बारे में अवगत कराया।
वहीं बैठक में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सांसदों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हाल की इजरायल समेत अन्य देशों की यात्राओं के बारे में जानकारी दी। मोदी की विदेश यात्राओं के दौरान अलग-अलग समझौतों और उनसे होने वाले लाभ के बारे में भी सुषमा ने सांसदों को जानकारी दी।
बैठक के बाद इस बाबत जानकारी देते हुए संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने विपक्ष से सदन चलाने में सहयोग की उम्मीद जताई। उन्होंने कहा कि विपक्ष की ओर से उठाए गए मुद्दों पर सरकार सदन में चर्चा को तैयार है। विपक्ष को भी सदन चलाने में सरकार का सहयोग करना चाहिए ।
जीएसटी यानी गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स की शुरुआत के साथ ही भारत दुनिया के उन गिने चुन देशों में शामिल हो गया है जिनमें राष्ट्रीय स्तर पर एक बिक्री कर लागू है।
जीएसटी के लागू होने के साथ ही देश में केन्द्र और राज्यों के स्तर पर लगने वाले एक दर्जन से अधिक कर समाप्त हो गए है उनके स्थान पर केवल एक टैक्स लगेगा। कतारे भी समाप्त हो गई।