नई दिल्ली। साल 2016 में नोटबंदी लागू होने के बाद देश में गरमाई राजनीति नोटबंदी के एक साल पूरा होने के बाद भी यू ही जारी है। नोटबंदी को लेकर जहां कांग्रेस से लेकर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहान सिंह तक सरकार के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं, तो वहीं सरकार डटकर अपने इस फैसले का बचाव कर रही है। इसी को देखते हुए नोटबंदी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के आरोपो का जवाब देने और नोटबंदी को सही ठहराने के लिए वित्ता मंत्री ने प्रेस वार्ता की। इस दौरान वित्ता मंत्री अरुण जेटली ने सरकार का पक्ष रखा और कांग्रेस पर जमकर प्रहार किया।
वित्त मंत्री अरुण ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस का मकसद सिर्फ अपने परिवार की सेवा करना है, लेकिन हमारा मकसद देश की सेवा करना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमें बोलने से पहले बताए कि क्या कभी कांग्रेस ने काले धन के खिलाफ कदम उठाया है। वित्त मंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नोटबंदी को घोटाला बताए जाने को लेकर कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री जी नोटबंदी अगर घोटला है तो फिर 2G स्पेक्ट्रम, कोयला, घोटाला और कॉमनवेल्थ घोटाला क्या है। उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह जी अपने 10 साल की सरकार और हमारी तीन साल की सरकार की जीडीपी ग्रोथ की तुलना करने के बाद ही कुछ बोले।
वित्त मंत्री ने नोटबंदी को देश कि अर्थव्यवस्था में सुधार लाने के लिए एक महत्वपूर्ण फैसला बताते हुए कहा कि देश की अर्थव्यवस्था के लिए नोटबंदी जरूरी थी। उन्होंने कहा कि नोटबंदी पर देश-विदेश में चर्चा हुई। नोटबंदी के कारण देश की अर्थव्यवस्था को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। उन्होंने कहा कि देश में कैश कम होने से भ्रष्टाचार पर भी लगाम लगा है और देश में डिजिटल ट्रांजैक्शन में बढ़ोतरी हुई है। नोटंबदी की तारीफ करते हुए वित्त मंत्री ने आगे कहा कि फर्जी कंपनियों की पहचान नोटबंदी के फैसले से आसान हो गई है। उन्होंने कहा कि हम लोगों ने फैसले लेने के सदियों पुराने तरिकों में बदलाव किया है।