जोधपुर। डॉक्टरों को भगवान का दूसरा रूप कहा जाता है। लेकिन जब वही भगवान किसी की जान लेने की वजह बन जाए तो लोगों का डॉक्टरों पर से भरोसा उठ ही जाता है और ऐसा ही हुआ जोधपुर के एक महिला उम्मेद अस्पताल में जहां ऑपरेशन की बैंच पर महिला बेहोश पड़ी रही और डॉक्टर आपस में लड़ते रहे। भगवान का दूसरा रूप कहे जाने वाले इन डॉक्टरों ने इंसान होने का भी फर्ज नहीं निभाया। महिला को बेहोशी की हालत में छोड़कर डॉक्टर आपस में ही भीड़ गए और महिला को भूल गए। कहते हैं डॉक्टरों के लिए सबसे जरूरी अपना काम होता है क्योंकि वो किसी की जिंदगी बचाने का जरिया होते हैं। लेकिन यहां तो जिंदगी देनें वाले दो डॉक्टरों ने एक बच्चे की जान ही ले ली।
बता दें कि महिला का ऑपरेशन प्राथमिकता से किया जाना था। लेकिन डॉक्टर महिला को टेबल पर बेहोश छोड़कर आपसे में काफी देर तक बहस करते रहे जिसकी वजह से ऑपरेशन में देर हो गई और नवजात बच्चे की मौत हो गई। दोनों डॉक्टरों के झगड़े का वीडियो वायरल होनो के बाद एक डॉक्टर को एपीओ कर दिया गया वहीं दूसरे के खिलाफ एक्शन के लिए कार्मिक विभाग को लिखा गया है। बताया जा रहा है कि डॉक्टरों के झगड़े के कारण ऑपरेशन में देरी होने से बच्चे ने मां की कोख में ही दम तोड़ दिया था। उसके बाद जल्दी अनीता की जान बचाने के लिए उसे ऑपरेशन थिएटर ले जाया गया क्योंकि अगर ऑपरेशन में और देर होती तो मां की भी जान को खतरा था।
उसी दौराना डॉक्टरों ने एक अन्य महिला का ऑपरेशन किया था। कि एक और दूसरा केस आ गया। जिसको लेकर एनेसथैसिया के डॉक्टर एमएल टाक ने गायनी के डॉ. अशोक नैनीवाल से महिला को बेहोश करने के लिए कुछ जानकारी मांगी। टाक उनसे महिला से जुड़ी जानकारी मांग रहे थे। ताकि महिला को बेहोश करने की दवा दी जा सके जिसे लेकर दोनों डॉक्टरों के बीच तकरार बढ़ गई और अन्य डॉक्टर वहीं खड़े होकर तमाशा देखते रहे। हालांकि बाद में सभी ने मिलकर महिला का ऑपरेशन किया लेकिन बच्ची को बचाया नहीं जा सका। इसी बीच किसी कर्मचारी ने दोनों डॉक्टरों के झगड़े की वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दी।