नई दिल्ली। इस बार सर्दियों के मौसम के साथ शादियों का भी मौसम आ गया है। इस मौसम में शादियों को लेकर दूल्हे से दुल्हन तक अपनी अपनी तैयारियों में लगे हुए हैं। हर छोटी से छोटी बातों का ध्यान दिय़ा जा रहा है। कपड़ो से लेकर ज्वैलर्री तक खाने से लेकर सजावट तक लेकिन हम एक बात को लगातार इग्नोर करते जा रहे हैं। शादी में एक दूसरे के लिए हर तैयारियां होती हैं, लेकिन एक दूसरे के प्रति शादी के बाद होने वाले रिलेशन को लेकर कोई बात या तैयारी नहीं की जाती है। जी हां हम बात कर रहे हैं सेक्शुअल कम्पैटिबिलिटी की…
इस नए दौर में आप और आपका पार्टनर शादी के पहले किसी ना किसी रिलेशन में रह चुके होंगे, ये बात आपको समझनी होगी। इसलिए शादी के पहले एक दूसरे से बातचीत करके एक दूसरे की सेक्सुअल हेल्थ के बारे में जान सकते हैं। इससे आपको आपके पार्टनर के साथ भविष्य में कोई दिक्कत नहीं होगी। हांलाकि किसी भी रिश्ते में जहां पर शादी जैसी बात हो ऐसी बात करना आसान नहीं है। लेकिन इस मामले में आपको असहजता को छोड़ते हुए आपके अपने होने वाले साथी के साथ बातचीत करनी होगी।
एक खुशहाल शादीशुदा लाइफ के लिए सेक्शुअल कम्पैटिबिलिटी होना बहुत जरूरी है। अगर आपके रिश्तों में एक दूसरे के प्रति शारीरिक रिश्ते को लेकर रूचि नहीं है तो आपकी लाइफ का मजा ही नहीं बल्कि आपके जिन्दगी का रस और शांति दोनों पर बुरा असर पड़ेगा। क्योंकि शारीरिक रिश्ता एक जरूरत नहीं बल्कि भावनाओं को व्यक्त करने का माध्यम भी होता है। इसलिए शादी के पहले एक दूसरे को इस रिश्ते को लेकर क्या विचार है जानना बहुत ही जरूरी होता है।
शारीरिक रिश्तों को लेकर लेकर कोई कल्पना नहीं होनी चाहिए बल्कि इसको लेकर आपसी सहमति और एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान भी होना चाहिए। शादी के बंधन में बंधने के पहले इस बारे में एक दूसरे से बात करना बहुत ही आवश्यक होता है। वरना पूरी जिन्दगी बेरंग हो जाती है।