बाँकुड़ा। श्रमिकों को स्वनिर्भर बनाने हेतु बांकुड़ा जिले के विक्रमपुर में कोशिश की गई। 100 दिन काम की योजना के जरिए बाँकुड़ा जिला स्थित विक्रमपुर ग्राम पंचायत ने श्रमिकों को स्वनिर्भर बनाने की पहल की। इस पहल के दौरान पंचायत इलाके के 240 श्रमिकों के हाथों ‘वृक्ष पट्टा’ (मालिकाना) सौंपी गई।
सूत्रों के मुताबिक 100 दिनों के काम योजना के तहत विक्रमपुर एवं चौताड़ इलाके में कंसावती नदी के किनारे सेगुन, आकाशमनि, शिमुल सहित कई इलाकों में कीमती पेड़ लगाए गए। जिसकी रक्षा और देखभाल के लिए बेड़ा लगाना, पानी देना एवं इससे जुड़ी अन्य कामों के लिए श्रमिकों को जिम्मेदारी दी गई। इसके लिए श्रमिकों को योजना के लिए आवंटित राशि में से वेतन दिया जाएगा। बाद में पंचायत इलाके में इस योजना के तहत कार्डधारी श्रमिकों को वृक्ष रोपण योजना के साथ जोड़कर ‘पट्टा’ दिया जाएगा। इसी आधार पर 240 जब कार्डधारियों को 90 पेड़ों का मालिकाना सौंपा गया।
बता दें कि पंचायत के सदस्य कांचन सन्निग्रही ने बताया कि इन पेड़ों को पंचायत की ओर से बिक्री की जाएगी। इसके लाभ में से 75 प्रतिशत वृक्ष रोपने वाले श्रमिक एवं 25 प्रतिशत पंचायत को मिलेगी। इसके कारण इलाके की वृक्ष सम्पदा में भी बढ़ोतरी होगी। इसके साथ ही साथ श्रमिक भी मेहनत के साथ अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे। उनके इस बात से स्थानीय लोगों ने खुशी जाहिर की एवं समर्थन किया।