वॉशिंगटन। भारतीय आईटी कंपनी इन्सिफोसिस अमेरिका में दस हजार लोगों को नई नौकरी देगी। इसके लिए कंपनी ने आगामी अगस्त महीने में इंडियाना राज्य में एक टेक्नोलॉजी और इनोवेशन ऑफिस खोलने का फैसला किया है। यह जानकारी कंपनी के सीईओ विशाल सिक्का ने दी।
विदित हो कि शुरू में एक सौ अमेरिकी टेक आईटी पेशेवरों को रखा जाएगा। इसके बाद अगले साल वहां दो सौ और आईटी पेशेवरों को रोजगार दिए जाएंगे। इंडियाना अमेरिका के उप राष्ट्रपति माइक पेंस का गृह राज्य है। इंडियाना राज्य सरकार की पहल पर ही इन्फोसिस ने वहां आॅफिस खोलने का निर्णय किया है। इन्फोसिस ने यह ख्बुलासा नहीं किया है कि वह तक दस हजार अमेरिकी नागरिकों को रोजगार दे देगी।
उल्लेखनीय है कि इन्फोसिस भारत की चार बड़ी आईटी कंपनियों में से एक है, जो अमेरिकी कंपनियों के लिए आउटसोर्सिंग का काम करती है। इनके अलावा टीसीएस, विप्रो और कोग्नीजेंट भी हैं। ये कंपनियां एच 1 बी वीजा के जरिए हर साल 70 प्रतिशत रोजगार ले जाती हैं। इन्फोसिस का सिलीकन वैली में पहले से ही ऑफिस है।
न्यू याॅर्क टाइम्स के अनुसार, इन्फोसिस ने यह कदम अमेरिकी राष्ट्र्पति डोनाल्ड ट्रंप की ‘हायर अमेरिकी’ नीतियों को ध्यान में रखते हुए उठाया है। अखबार ने इन्फोसिस के अधिकारियों के हवाले से कहा है कि भारत में भी कुशल टेक कर्मियों की भारी कमी है। हाल ही में 500 इंजीनियरिंग काॅलेजों के 36 हजार स्टूडेंट के सर्वे में मुश्किल से 5 प्रतिशत छात्र ही साॅफ्टवेयर कोड ठीक से लिख पाए थे।
इन्फोसिस के अध्यक्ष विजय कुमार ने बताया है कि कंपनी को जैसे-जैसे अमेरिका की प्रांतीय सरकारों से निवेदन आएंगे अथवा जहां-जहां उनके क्लाइंट होंगे, वे ऑफिस खोलेंगे।