रुद्रपुर। जिला विकास प्राधिकरणों के गठन का मुख्य उद्देश्य सुनियोजित व व्यवस्थित तरीके से क्षेत्रों का चहुमुंखी विकास करना है। क्षेत्रों के विकास व जनता के हितों का ध्यान देते हुए प्राधिकरण का गठन किया गया है। प्राधिकरणों को जो भी राजस्व प्राप्त होगा, उसका उपयोग सम्बन्धित क्षेत्रों के विकास में खर्च किया जायेगा। यह कहना है शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक का। वह बुधवार को डाॅ. एपीजे अब्दुल कलाम सभागार में आयोजित ऊधम सिंह नगर विकास प्राधिकरण की प्रथम बैठक को संबोधित कर रहे थे।
बता दें कि उन्होंने कहा कि प्राधिकरण के अधिकारी जमीनी स्तर पर जाकर प्राधिकरण के कार्यों की पूरी जानकारी दें। साथ ही नक्शे स्वीकृत पास कराने व पूर्व प्लानिंग के साथ कार्य से लाभ के विषय में जनता को जागरूक करने और जनता की प्रतिक्रिया लेने के निर्देश दिए। उन्होंने नगर निगम, नगर निकाय, नगर पंचायतों तथा विकास प्राधिकारण के अधिकारियों को आपसी तालमेल के साथ कार्य करने तथा विकास की दृष्टि से महत्वपूर्ण जनपद का एक मास्टर प्लान तैयार करने के निर्देश दिए। शुल्क के लिए एमडीडीए/क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण द्वारा लिए जाने वाले शुल्क व वर्तमान परिस्थितियों का अध्ययन करने के निर्देश दिए हैं।
साथ ही उन्होंने उप जिलाधिकारियों व प्राधिकरण के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जमीनी स्तर पर जो भी व्यावहारिक कठिनाईयां आ रही हैं, उनकी लिखित सूचना तत्काल शासन को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। ताकि उनका समय से निदान किया जा सके। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि रेरा में उसी का रजिस्ट्रेशन किया जाये, जिनका नक्शा प्राधिकरण के पास होगा। रेरा में रजिस्ट्रेशन के लिए प्राधिकरण से पूर्ण कार्यवाही कराना अनिवार्य है। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि जिला विकास प्राधिकरण (यूडीए) के कार्यालय की स्थापना कलैक्ट्रेट में कक्ष संख्या सात में कर दी गई है तथा यूडीए का खाता भी खोल दिया गया है।
वहीं उन्होंने बताया कि यूडीए में तहसील रूद्रपुर, किच्छा व गदरपुर के अन्तर्गत आने वाले क्षेत्रों के भवन निर्माण अनुज्ञा सम्बन्धी आवेदन पत्र प्राप्त किये जा रहे हैं। मुख्यालय के अतिरिक्त क्षेत्रीय कार्यालय काशीपुर एवं खटीमा में उप जिलाधिकारी कार्यालय में स्थापित किये गये हैं। बैठक में विधायक राजकुमार ठुकराल, प्रभारी जिलाधिकारी आलोक कुमार पाण्डेय, अपर जिलाधिकारी प्रताप सिंह शाह, परियोजना निदेशक हिमांशु जोशी, जिला विकास अधिकारी अजय सिंह, उप जिलाधिकारी विनीत तोमर, नरेश दुर्गापाल, विजयनाथ शुक्ल, मुख्य नगर आयुक्त जय भारत सिंह सहित अन्य अधिकारी उस्थित थे।