इस्लामाबाद। सिंधु जल आयोग की शुरु हुई दो दिवसीय बैठक दोनों देशां के बीच संबंधों के सुधार की बात कही जा रही है। इस मामले में पाकिस्तान के जल और उर्जा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि इस बातचीत से दोनों देशों के आपसी ताल्लुकात में सुधार आएगी। इस्लामाबाद में आयोजित इस दो दिवसीय बैठक में सिंधु बेसिन संबंधित परेशानियों के बारे में चर्चा की गई।
सिंधु जल आयुक्त पीके सक्सेना की अगुवाई में 10 सदस्यीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल बैठक में हिस्सा लेने के लिए रविवार को यहां पहुंचा। इस प्रतिनिधिमंडल में विदेश मंत्रालय के अधिकारी और तकनीकी विशेषज्ञ शामिल हैं। बंद कमरे में हुई बातचीत में पाकिस्तानी पक्ष का नेतृत्व मिर्जा सईद ने किया। बैठक के दौरान पाकिस्तान ने अपनी तरफ बहने वाली नदियों पर बन रही तीन भारतीय पनबिजली परियोजनाओं के बारे में चिंताएं प्रकट की।
पाकिस्तानी पक्ष का नेतृत्व सिंधु जल आयुक्त मिर्जा आसिफ सईद करेंगे और उनके साथ जल और ऊर्जा मंत्रालय के अधिकारी तथा अन्य विशेषज्ञ भी मौजूद रहेंगे। पाकिस्तान ने जिन परियोजनाओं का मुद्दा उठाया है वे हैं चेनाब पर 1000 मेगावॉट की पाकुल डल परियोजना, मियार नाला पर 120 मेगावॉट की मियार परियोजना और लोअर कलनाई नाला पर 43 मेगावॉट की लोअर कलनाई जल विद्युत परियोजना। पाकिस्तान की दलील है कि ये परियोजनाएं 1960 में हुए सिंधु जल समझौते का उल्लंघन करती हैं।