बेंगलुरू/नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना (आईएएफ) ने यहां शुक्रवार को अपने दस्ते ‘फ्लाइंग डैगर्स 45’ में दो स्वेदशी हल्के लड़ाकू विमान ‘तेजस’ को शामिल कर लिया।
Indian Air Force inducts first squadron of Home-Grown Tejashttps://t.co/VuvqM3icEc
— MIB India (@MIB_India) July 1, 2016
देश में ही बहुद्देशीय लड़ाकू विमान निर्मित करने की परियोजना को मंजूरी दिए जाने के 33 वर्षों बाद तेजस को विकसित किया जा सका है।
तेजस चार टन वजनी हथियार एवं हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें और लैजर निर्देशित बम ढोने में समर्थ है। यह नवीनतम सैटलाइट-एडेड इनर्शल नैविगेशन प्रणाली से लैस है। इसमें एक डिजिटल कंप्यूटर आधारित घात प्रणाली एवं एक ऑटोपायलट भी है।
तेजस दुनिया में अपनी तरह का पहला लड़ाकू विमान है, जिसे सरकारी एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (एडीए) ने डिजाइन एवं विकसित किया है, जबकि इसे तैयार एचएएल ने अपने बेंगलुरू परिसर में किया है।