नई दिल्ली। प्रसिद्ध कृषि वैज्ञानिक एम.एस. स्वामीनाथन के विश्व व्यपार संगठन की वार्ता में खाद्द सुरक्षा के मुद्दे पर भारत के कड़े रूख की सरहाना की है। उनका कहना है कि भूखमरी को खत्म करना और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना कृषि संबंधी बातचीत का आधार होना चाहिए। स्वामीनाथन ने ट्विटर के जरिए लिखा किइस मुद्दे पर वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु का आभार व्यक्त किया जाना चाहिए।
जिन्होंने डब्लूटीओ में स्पष्ट रूप से कहा कि खाद्य सुरक्षा के मामले में कोई समझौता नहीं किया जाएगा। भारत ने खाद्यान्न के सार्वजनिक भंडारण के स्थायी समाधान की जरूरत पर अपने रुख को कड़ा करते हुए कहा है कि अगर डब्ल्यूटीओ की मौजूदा मंत्री स्तरीय बैठक इसमें विफल रही तो इससे इस बहुपक्षीय संस्थान की साख प्रभावित होगी।
वहीं डब्ल्यूटीओ की चार दिवसीय बैठक रविवार को शुरू हुई थी।आधिकारिक सूत्रों के अनुसार डब्ल्यूटीओ की चल रही मंत्री स्तरीय वार्ता टूटने के कगार पर आ गई है क्योंकि अमेरिका ने खाद्यान्न के सार्वजनिक भंडारण के मुद्दे के स्थायी समाधान के प्रयासों में शामिल होने से इनकार कर दिया है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार अमेरिका की सह व्यापार प्रतिनिधि शेरोन बोमर लारितसन ने एक समूह बैठक में कहा कि खाद्य भंडारण के मुद्दे का स्थायी समाधान अमेरिका को स्वीकार्य नहीं है। अधिकारियों के अनुसार चूंकि अमेरिका ने इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर बातचीत में शामिल होने से इनकार कर दिया है तो वार्ताएं टूटेंगी ही।