गुरुवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भारत और आसियान के साथ व्यापार पर अपना बयान दिया। सुषमा स्वराज ने कहा कि भारत आसियान के साथ मिलकर सुरक्षा ढांचा विकसित करने में लगा हुआ है। इस क्षेत्रीय सुरक्षा ढांचे का मकसद गैर परंपरागत चुनौतियों का मिलकर सामाधान खोजना है। बता दें कि आसियान के साथ मिलकर भारतीय सामरिक ने कई पहलुओं पर चर्चा की है। सुषमा स्वराज का कहना है कि 2 साल की मंदी होने के बाद भारत और आसियान व्यापार एक बार फिर से पटरी पर आ गया है।
थिंक टैंक रिसर्च एंड इनफॉर्मेशन सिस्टम के तहत भारत और आसियान ने अपनी साझेदारी में कई पहलुओं पर चर्चा की है। जिसमें हथियारों की तस्करी, धन सोधन, हथियारों की तस्करी और साइबर अपराध को मुख्य चुनौतियों के रुप में अंकित किया गया है। इस सब की जानकारी देते हुए सुषमा स्वराज ने कहा कि भारत और आसियान इस चुनौती से निपटने के लिए तैयार है।
सुषमा स्वराज का कहना है कि भारत और आसियान मिलकर वास्तुशिल्प को विकसित कर रहा है। ऐसे में उनका कहना है कि दोनों मिलकर सभी विवादों का शांतिपूर्ण समाधान निकाला जाएगा। सुषमा स्वराज का कहना है कि गैर परंपरागत चुनौतियों का सामूहिक समाधान निकालने पर जोर दिया जाएगा। सुषमा स्वराज के अनुसार नौवहन सहयोग और सुरक्षा बढ़ाना भी भारत और आसियान का चर्चा का विषय रहेगा।