नई दिल्ली। खुदरा मंहगाई दर के देखते हुए घेरलु शेयरों में म्यूचुअल फंडों का निवेश अप्रैल-सितंबर की छमाही में 12 अरब डॉलर का रहा है। बता दें कि खुदरा निवेशकों की रुचि बढ़ने की वजह से म्यूचुअल फंड ने शेयर बजारों में जोरदार निवेश किया है। वहीं दूसरी तरफ इस दौरान विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने शेयरों में निवेश घटाया है। इसके अलावा वित्त वर्ष की बाकी बची अवधि में शेयरों में निवेश को लेकर म्यूचुअल फंड उत्तसाहित है।
आकड़ो पर नजर डाले तो कोष प्रबंधको ने पहली छमाही में 76,906 करोड़ रुपये या 12 अरब डॉलर के शेयर खरीदे हैं। वहीं इस अवधि में शेयरों में एफपीआई का निवेश सिर्फ 81 करोड डॉलर या फिर 5,278 करोड रुपये ही रहा है। मॉर्निंगस्टार के वरिष्ठ शोध विश्लेषक हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि हम इस बात पर संतोष कर सकते हैं कि घरेलू संस्थागत निवेशक ऐसे समय शुद्ध लिवाल बने हुए हैं जबकि एफपीआई शुद्ध रूप से बिकवाली कर रहे हैं।