नई दिल्ली। नोटबंदी को 8 नंवबर में एक साल पूरे हो गए। केंद्र ने जहां इस बात का जश्न मनाया वहीं विपक्ष और अन्य पार्टियों ने इसे काला दिवस करार दिया। इन्हीं सारी चर्चाओं के बीच अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने एक अहम बयान दिया है।
IMF का मानना है कि एक वर्ष पहले भारत में जो नोटबंदी हुई थी, उसके मध्यम अवधि में लाभ मिलेंगे। IMF के विलियम मरे ने कहा कि हमें लगता है एक वर्ष पहले हुई नोटबंदी के जबरदस्त लाभ देखने को मिलेंगे। मरे ने कहा कि नोटबंदी की वजह से नकदी की कमी के कारण मुख्य रूप से, शुरूआती तौर पर, निजी उपभोग, लघु उद्योग और आर्थिक गतिविधियों में कुछ अस्थायी बाधाएं पैदा हुईं, लेकिन इनके प्रभाव अस्थाई रुप से होंगे।
बता दें की नोटबंदी के फैसले को पीएम की बड़ी भूल बताया जा रहा था। कहा जा रहा था कि जनता सरकार के इस फैसले से खुश नहीं है और इसका असर वोट पर भी पड़ेगा। वैसा तो कुछ हुआ नहीं और बल्कि जनता का विश्वास सरकार पर और ज्यादा पक्का हो गया है।नोटबंदी आने वाले साल में और लाभ दिखाएगी। IMF जनवरी में भारत के साथ साथ दुनिया के अन्य देशों की विकास दर पर अपने अनुमान जारी करने वाला है।