नई दिल्ली। आईसीएआई (इंस्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया) ने अपने सभी सदस्यों को सर्कुलर जारी करते हुए कहा है कि वो किसी भी मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लिए गए नोटबंदी के फैसले को लेकर किसी भी मंत्र पर कोई भी नकारात्मक बयान ना दें। इसके साथ ही कहा गया है कि अपने किसी भी क्लाइंट को सलाह देते वक्त देश के हितों को ध्यान में रखें। अपने सभी सदस्यों को लेकर संस्थान की तरफ से कहा गया है कि सरकार की मंशा के बारे में सवाल ना उठाया जाए।
संस्थान ने इसको लेकर जारी किए गए सर्कुलर में कहा है कि सराकर ने देश हित में जो निर्णय लिया है हमें उसको स्वागत करना चाहिए। इसके अलावा किसी भी लेख या साक्षात्कार में व्यक्तिगत रुप से नकारात्मक राय देने से बचें। गौरतलब है कि संस्थान की तरफ से 9 दिसंबर को एडवायजरी जारी किया गया था जिसकी सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना की गई जिसके बाद इसे 10 दिसंबर को हटा लिया गया। वेबसाइट पर आईसीएआई के प्रेसिडेंट देवराज रेड्डी की घोषण मंे लिखा गया था कि प्रधानमंत्री मोदी का नोटबंदी का फैसला आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए है, अतः किसी भी तरीके से इसके खिलाफ कोई बयान ना दिया जाए।