जम्मू कश्मीर। कश्मीर में पहली बार आतंकियों ने हुर्रियत नेताओं को धमकी दी है। कश्मीर के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब आतंकियों ने हुर्रियत नेताओं के खिलाफ आवाज उठाई है। हिज्बुल की ओर से एक ऑडियो क्लिप भेजा गया है जिसमें कहा गया है कि कश्मीर में चल रहा ‘आंदोलन’ इस्लामिक है न कि राजनीतिक।
बता दें कि इस ऑडियो क्लिप से सवाल उठने लगे हैं कि क्या हुर्रियत कश्मीर में अब अपनी प्रासंगिकता खो चुका है क्योंकि आतंकियों ने उनकी राजनीति को नकार दिया है। बुरहान बानी की जगह हिज्बुल के कमांडर बने जाकिर मूसा ने हुर्रियत नेताओं से साफ-साफ कहा है कि वो उनकी कुर्बानी पर राजनीति न करें।
वहीं मुसा का कहना है कि कश्मीर आंदोलन इस्लाम के लिए है, कोई राजनीति के लिए नहीं है। हम राजनीति के लिए नहीं बल्कि इस्लाम के लिए लड़ रहे हैं। मूसा के मुताबिक अलगाववादी नेता अपनी मौत से डरे हुए हैं और आतंकियों के खून पर राजनीति कर रहे हैं।