प्रदेश के कई जिलो में अबैध तरीके से कच्ची शराब का धंधा काफी दिनों से फल फूल रहा है। आजमगढ़ जिला में अभी हाल में ही करीब 30 लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से हुई है। आबकारी मंत्री के गृह जनपद में भी कई थाना क्षेत्रों में के 59 गांवो में अबैध कच्ची शराब का धंधा काफी दिनों से चल रहा है। ऐसा नहीं की इस अबैध कारोबार को रोकने के लिए पहल नहीं होती। अवैध कच्ची शराब के खिलाफ कार्रवाई तो होती है पर इस अवैध कारोबार पर पूरी तरह से लगाम नहीं लगाई जाती है। आजमगढ़ की घटना के बाद जिले के पुलिस अधीक्षक सत्येन्द्र कुमार ने पुलिस की स्पेशल स्वाट टीम को इस अबैध कच्ची शराब के धंधे लिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की जिम्मेदारी सौंपी है।
इस टीम ने एक सप्ताह में 41मुकदमे दर्ज किए है। पुलिस ने करीब 717 लीटर अबैध कच्ची शराब बरामद भी की है। पुलिस ने 300 कुन्तल लहन नष्ट किया है। पुलिस ने आठ भट्ठियां बरामद की गई तथा चार भट्ठियां को तोड़ा है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 44 अभियुक्तों की गिरफ्तारी भी की है। पुलिस अधीक्षक के मुताबिक इस अवैध कारोबार के लिए जिले के जिन 59 गांवों को चयनित किया गया है उन गांवों में अनवरत ये छापेमारी का काम चलता रहेगा। जब तक जिले से इस अवैध कारोबार को समाप्त नहीं होगा तबतक अवैध कच्ची शराब के खिलाफ अभियान चलता रहेगा।
जिले स्वाट टीम के कार्रवाई के बाद कुछ हद तक तो अवैध कच्ची शराब के गढ़ में कच्ची शराब के कारोबारियों में कमी तो देखने को मिल रही है। लेकिन ऐसा पहली बार नहीं है जब कच्ची के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा हो पहले भी ऐसे अभियान चलाए गए हैं। अंकुश भी लगा है। लेकिन फिर कुछ दिनों बाद कच्ची के कारोबारी इसी अवैध धंधे में लग जाते हैं और यह धंधा पहले से भी तेजी से चलने लगता है। फिलहाल पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है।