जीएसटी के लिए वर्ष 2004 सबसे खास रहा तब एनडीए सरकार के वित्त मंत्री ने देश की मौजूदा टैक्स सिस्टम की खामियों को दूर करने का जीएसटी सुझाव दिया था इसके बाद देश में समान टैक्स पर नए सिरे से चर्चा शुरु हुई।
2004 में एनडीए की हार हुई और यूपीए सत्ता में आई मनमोहन सिंह में पी. चिदंबरम वित्त मंत्री बने उन्होंने भी जीएसटी को बढ़ावा दिया काम जारी रखा।
दस साल मनमोहन सिंह पीएम रहे और चिदंबरम ने अपने सभी बजट भाषणों में जीएसटी लाने का संकेत दिया 2009 में प्रणब मुखर्जी को वित्त मंत्रालय सौंपा गया उन्होंने भी 1 अप्रैल 2010 से जीएसटी लागू करने की घोषणा की थी। इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए मनमोहन सरकार ने मार्च 2011 में जीएसटी के लिए लोकसभा में संविधान संशोधन विधेयक पेश किया।
2014 में बीजेपी की सरकार आने के बाद कांग्रेज जीएसटी के खिलाफ हो गई मई 2015 में लोकसभा में जीएसटी संविधान संशोधन विधेयक पास हो गया था लेकिन राज्यसभा में मोदी सरकार को परेसानी आई लेकिन अन्त में बिल में चार संशोधन किए गए जिसके बाद कांग्रेस सहमत हो पाई अब 1 जुलाई से पूरे देश में एक टैक्स जीएसटी लागू होने जा रहा हैं।
जीएसटी लॉन्च को लेकर सारी तैयारियां पूरी
वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के 30 जून 1 जुलाई की मध्यरात्रि लॉन्च को लेकर सारी तैयारियां हो चुकी हैं। जीएसटी लॉन्च का कार्यक्रम संसद के सेंट्रल हॉल में होगा। इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी, उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभाध्यक्ष सुमित्रा महाजन सहित करीब एक हजार लोगों के शामिल होंगे।
संसद में होने वाले इस कार्यक्रम में शामिल होने का निमंत्रण सभी सांसदों, सभी मुख्यमंत्री सहित तमाम गणमान्य लोगोंं को दिया गया है, जिसमें रिजर्व बैंक के वर्तमान गर्वनर, डिप्टी गर्वनर सहित पूर्व गर्वनर भी शामिल हैं। इस कार्यक्रम में जीएसटी के ब्रॉन्ड एम्बेसेडर बॉलीवुड महानायक अमिताभ बच्चन भी शामिल होंगे। केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली के नेतृत्व में वित्तमंंत्रालय इसमें मेजबान की भूमिका में है।
जीएसटी के कार्यक्रम को देखते हुए संसद में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। देश-विदेश के मीडिया के लिए विशेष पास जारी किए गए हैं। सभी गणमान्य लोगों के वाहनों के लिए पार्किंग व्यवस्था की गई है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस संसद और आस-पास के इलाके में आधी रात के पहले ही कड़े इंतजाम कर रही है।
सृष्टि विश्वकर्मा