मनाली। कश्मीर की तर्ज पर हिमाचल प्रदेश का मनाली और कुल्लू विश्व के दुसरे जन्नत के नाम से मशहूर है। हिमाचल प्रदेश में चुनाव का ऐलान होने के बाद इस खुबसूरत जगह पर भी राजनीतिक बिसात बिछ चुकी है। साल 2008 के विधानसभा चुनावों के समय मनाली और कुल्लू दो अलग-असग विधानसभा क्षेत्र बन गए, इससे पहले ये दोनों सीटें एक ही थी। इन दोनों सीटों में खास मनाली की 84,238 कुल आबादी है, जिसमें 64,270 लोग इस विधानसभा में अपने नए विधायक को चुनेंगे। बता दें कि पिछले चुनावों में बीजेपी के उम्मीदवार गोविंद सिंह ठाकुर ने इस राजपूत बहुुल इलाके मेंं जीत दर्ज कर मां हिडिम्बा देवी का आशिर्वाद लिया था। अब देखना होगा की मां हिडिम्बा आगामी चुनावों में किसे अपना आशिर्वाद देती है।
साल 2012 में बीजेपी की टिकट पर जीत दर्ज करने वाले गोविंद सिंह ठाकुर पर बीजेपी एक बार फिर मनाली में अपनी किस्मत अजमा रही है। 49 वर्षिया गोविंद हिमाचल के पूर्व मंत्री कुंज लाल ठाकुर के बेटे हैं। गोविंद आरएसएस से संबंध रखते हैं, इसलिए इन्होंने यूवा बीजेपी मोर्चा में भी सक्रिय भूमिका निभाई हुई है। ठाकुर लगातार दो बार साल 2007 और 2012 में इस सीट पर बीजेपी की टिकट पर अपनी जीत सुनिश्चित कर चुकें हैं।
वहीं कांग्रेस ने गोविंद के खिलाफ हरिचंद्र शर्मा को मैदान में उतार हैं। शर्मा कुल्लू जिला परीषद् के पांच साल तक अध्यक्ष रह चुकें हैं। इन्ही के नेतृत्व में कुल्लू ने लगातार चार साल तक राजीव गांधी पंचायती राज पुरस्कार जीता है। 1985 से राजनीतिक करियर की शुरुआत करने वाले शर्मा 1986 से 1995 तक सर्कल कांग्रेस कमेटी के प्रधान रहे, 1998 से 2000 तक वह जिला युवा कांग्रेस कुल्लू के अध्यक्ष रहे और 2011 में उन्हें जिला अध्यक्ष का पद दिया गया जिसपर वह पांच साल तक काबिज रहे। पार्टी ने लोगों के बीच उनकी लोकप्रियता को देखते हुए मनाली विधानसभा से उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया है।